*उरई (जालौन)* जनपद की कानून व्यवस्था वाकई चरमरा गई है। आज अपराधियों में पुलिस का कोई भय नहीं रहा है। अपराधी इन दिनों एक के बाद एक हत्यायें करके पुलिस की आंखों से ओझल हो जाते हैं। पुलिस की सुस्त कार्यपणाली के चलते अपराधी निरंकुश होकर हत्यायें करते हैं जैसे इन्हें कोई रोकने वाला हो ही न और हो भी क्यों न जिस पकार पुलिस कुंभकरणीय नींद में सो रही है आजकल अपराधी जिस तरह से हत्यायें करता है उससे तो यह प्रतीत होता है कि जैसे जनपद में हत्याओं का फैशन सा चल पडा है।
शायद आज अपराधी यह सोच रहे हैं कि जो करना है निरंकुश होकर करो पुलिस अब कुछ करने लायक ही नहीं है और न हीं कुछ कर सकती है। इस का उदाहरण है जनपद में एक ही दिन में अलग अलग हत्यायें। बीते शनिवार को हुये दोहरे हत्याकांड में अभी भी पुलिस के हाथ बिल्कुल खाली हैं। एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी पुलिस दोहरे हत्याकांड का खुलासा करने का तो दूर एक भी हत्यारोपियों को गिरफ्तार तक नहीं कर पाई है। मृतक के परिजनों ने इस मामले में रिपोर्ट दर्ज भी कराई थी मगर पुलिस किसी भी अभियुक्त तक नहीं पहुंच सकी है। बीते सोमवार को पुलिस अपर पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने भी दोहरे हत्याकांड के हत्यारोपियों की गिरफ्तारी के आदेश दिये थे। मगर अपर पुलिस अधीक्षक के आदेश भी जनपद के पुलिस अधिकारियों के "sंगे पर है। ज्ञातव्य हो कि सात अप्रैल को कोटरा पुलिस ने आईपीसी एक्ट धारा 304 नामजद रिपोर्ट लिखी, वही सत्यम 17 वर्षीय सैदनगर थाना कोटरा का शव सिद्ध बाबा की पहाड़ी पर मिला जो हत्या की गई,
इसके बाद हरिमोहन तिवारी का 11 सितम्बर को अपने जीजा के ग्राम बरसार थाना कोटरा में गला रेतकर हत्या कर दी गई लेकिन अभी तक कोटरा पुलिस के हाथ खाली बताते चलें कि कोटरा थाना प्रभारी योगेन्द्र कुमार पटेल ने थाना क्षेत्र के ग्राम नुनसाई निवासी राजकुमार किराये से उरई में निवास करता था उसके ग्राम नुनसाई में दस अप्रैल की चोरी हुई जिसमें जेवरात के साथ मोटरसाइकिल भी चोरी हुई थी लेकिन कोटरा पुलिस अभी तक नही कर पाई खुलासा, दूसरी और निधि यादव के साथ पन्द्रह अगस्त के दिन ग्राम के लोगो ने छेड़छाड़ के साथ मारपीट की जिसमे नामदर्ज रिपोर्ट की ऐसे ही कई मामले कोटरा पुलिस ने दबा कर रखे हैं बलात्कार, दहेज उत्पीड़न जैसे मामले जिसमे नामदर्ज रिपोर्ट है कोटरा पुलिस आखिर क्या दिखाना चाहती है जिसमे नामदर्ज रिपोर्ट होने के बाबजूद पुलिस के हाथ खाली इससे प्रतीत होता है कि जनपद जालौन पुलिस अपराधियों के आगे नाकाम साबित हो रही है जो आय दिन अपराध कर रहे दिन पे दिन गोली कांड के साथ हत्याएं हो रही