अहमदाबाद में रियल इस्टेट समूह पर आयकर विभाग का छापा

संवाद सहयोगी | पब्लिक एशिया
Updated: 02 Oct 2021 , 20:02:25 PM
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नयी दिल्ली । आयकर विभाग ने अहमदाबाद में एक रियल इस्टेट डेवलपर समूह और उससे जुड़े दलालों के खिलाफ 28 सितंबर को तलाशी और जब्ती की कार्रवाई की। विभाग की ओर से आज जारी एक विज्ञप्ति के मुताबिक इस कार्रवाई के दौरान 22 आवासीय और व्यापारिक परिसरों को खंगाला गया। आयकर विभाग की ओर से बताया गया है कि रियल इस्टेट ग्रुप पर छापेमारी के दौरान बड़ी संख्या में आपत्तिजनक दस्तावेज, कागजात, डिजिटल सबूत आदि बरामद किये गये और उन सबको जब्त कर लिया गया। इन सबूतों में ग्रुप के ऐसे कई लेन-देन का पता लगा, जिनका कोई हिसाब-किताब नहीं था। ये सारा लेन-देन तमाम वित्तवर्षों के दौरान किया गया था। दस्तावेजों से पता लगता है कि 200 करोड़ रुपये से ज्यादा की रकम को जमीन खरीदने में खर्च किया गया, जिसका कोई हिसाब नहीं है। इसके अलावा 100 करोड़ रुपये से अधिक रकम की जमीन की खरीद की नकद रसीदें भी मिलीं। इनका भी कोई हिसाब नहीं था।

आयकर अधिकारियों ने इन सारे कागजात को जब्त कर लिया है। उनके अनुसार पिछले कई वर्षों के दौरान इस समूह द्वारा खरीदी जाने वाली सम्पत्तियों के बड़ी संख्या में मूल दस्तावेज भी बरामद किये गये। साफ तौर पर ये सारे मूल दस्तावेज बेनामी हैं। विभाग ने बताया है कि समूह के लिए काम कर रहे एक ​दलाल के यहां की गई छापेमारी में ऐसे दस्तावेज बरामद हुये हैं, जिनमें नकदी भुगतान और चेक से किये गये भुगतान का ब्योरा मिलता है। ये सारे भुगतान जमीन की खरीद-बिक्री वाले लेन-देन से सम्बंधित हैं। दस्तावेजों से पता चलता है कि सम्बंधित दलाल ने ही ये लेन-देन किये हैं।

बयान के अनुसार कुल मिलाकर तलाशी और जब्ती की कार्रवाई में 500 करोड़ रुपये से अधिक का बिना हिसाब-किताब वाला लेन-देन पकड़ा गया है। तलाशी और जब्ती की कार्रवाई के दौरान 24 लॉकरों का भी पता चला, जिन्हें सील कर दिया गया है। अब तक लगभग एक करोड़ रुपये नकद और 98 लाख रुपये के जेवरात जब्त किये गये हैं। विभाग के अनुसार इस मामले में तलाशी और जब्ती अभियान अभी चल रहा है तथा आगे और तफ्तीश जारी है।





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