आक्सीजन व्यवस्था दुरस्त रखना राज्यों की प्राथमिक जिम्मेदारी:केंद्र

संवाद सहयोगी, | पब्लिक एशिया
Updated: 07 Jan 2022 , 20:15:44 PM
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नयी दिल्ली।केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के सचिव राजेश भूषण ने कहा है कि राज्यों को केंद्रीय कोष का प्रयोग करते हुए युद्ध स्तर पर आक्सीजन संयंत्र स्थापित करने चाहिए और उनको संचालन की अवस्था में रखना प्राथमिक जिम्मेदारी होनी चाहिए।

भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के साथ शुक्रवार को एक ऑनलाइन समीक्षा बैठक में कहा कि कोविड के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए आक्सीजन संयंत्रों को संचालन की अवस्था में होना चाहिए। पीड़ितों को आक्सीजन पहुंचाने की व्यवस्था भी दुरस्त होनी चाहिए। जिन अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्र लगाया जाना है, वहां युद्ध स्तर कार्य किया जाना चाहिए और संबंधित उपकरण और सहायक प्रशिक्षित कर्मी तैयार किये जाने चाहिए। उन्होंने कहा कि राज्यों को यह जिम्मेदारी प्राथमिकता के आधार पर पूरी करनी चाहिए।

समीक्षा बैठक में श्री भूषण ने राज्यों में कोरोना महामारी की स्थिति और प्रभावी प्रबंधन के लिए वेंटिलेटर, ऑक्सीजन संयंत्र, ऑक्सीजन कंसंटेटर और ऑक्सीजन सिलेंडर सहित ऑक्सीजन उपकरणों की तैयारियों का भी जायजा लिया।

ओमिक्रॉन के संकट का उल्लेख करते हुए केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि यह राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की प्राथमिक और महत्वपूर्ण जिम्मेदारी है कि सभी स्वास्थ्य सुविधाओं पर निचले स्तर तक सभी ऑक्सीजन उपकरण सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि राज्यों को कोविड आपात कोष का प्रयोग करने लिये संबंधित प्रक्रियायें तेजी से पूरी करनी चाहिए जिससे उन्हें पर्याप्त धन उपलब्ध हो सके।

उन्होंने कहा कि आक्सीजन संयंत्रों की ‘मॉक ड्रिल’ की जाए ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि रोगी तक ऑक्सीजन का प्रवाह पर्याप्त शुद्धता, बिना किसी रिसाव के और उचित दबाव के साथ पहुंचे। राज्यों को निजी अस्पताल सुविधाओं और मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में आक्सीजन संयंत्रों की स्थापना की निगरानी करने के लिए भी कहा गया है।






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