आज का इतिहास (प्रकाशनार्थ 27 मार्च)

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 26 Mar 2021 , 13:50:55 PM
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नयी दिल्ली, 26 मार्च  भारतीय एवं विश्व इतिहास में 27 मार्च की प्रमुख घटनाएं इस प्रकार हैं-
1668 : इंग्लैंड के शासक चार्ल्स द्वितीय ने बंबई को ईस्ट इंडिया कंपनी को सौंपा।
1708 : अंग्रेजी सिंहासन से जेम्स III के दावेदार दुनकिर्क को हटाया गया।
1709 : हर्दिंग्वेल्द का तटबंध टूट गया।
1782 : चार्ल्स वाटसन-वेंटवर्थ, रॉकिंगहम के द्वितीय मारक्वेस, ग्रेट ब्रिटेन के प्रधान मंत्री बने।
1841 : पहले स्टीम फायर इंजन का सफल परीक्षण न्यूयार्क में किया गया।
1845 : जर्मनी के एक अन्य भौतिकशास्त्री तथा गणितज्ञ वेलहेलम रोंटगन का जन्म हुआ। उन्होंने सन 1895 ईसवी में विशेष किरण एक्स रे का पता लगाया।
1871 : पहला अंतरराष्ट्रीय रग्बी मैच स्कॉटलैंड और इंग्लैंड के बीच खेला गया, जो स्कॉटलैंड ने जीता।
1898 : भारत के मुसलमानों के लिए आधुनिक शिक्षा की शुरूआत करने वाले सर सैयद अहमद खान का निधन हुआ। इन्होंने मुहम्मदन एंग्लो-ओरिएण्टल कॉलेज की स्थापना की जो बाद में अलीगढ़ मुस्लिम यूनिवर्सिटी बना।
1899 : इंग्लैंड और फ्रांस के बीच पहला अंतरराष्ट्रीय रेडियो प्रसारण इतालवी आविष्कारक जी मारकोनी द्वारा किया गया।
1944 : लिथुआनिया में दो हजार यहूदियों की हत्या कर दी गयी।
1961 : पहला विश्व रंगमंच दिवस मनाने की शुरुआत हुई।
1964 : अलास्का में 8.4 की तीव्रता वाले भूकंप से 118 लोगों की मौत हुई।
1977 : टेनेरीफ़ में दो जंबो विमान हवाई पट्टी पर टकराने से दुनिया की सबसे भयानक विमान दुर्घटना हुई थी, जिसमें 583 लोग मारे गए।
1982 : ए.एफ़.एम.ए. चौधरी बांग्लादेश के राष्ट्रपति नियुक्त किए गए।
1989 : अंतरिक्ष में अमेरिका के मिसाइल रोधी उपग्रह का परीक्षण विफल हुआ।
1994 : टीवी टाइकून सिल्वियो बर्लुस्कोनी के दाएं विंग गठबंधन ने इटली आम चुनाव जीता।
2002 : फसह नरसंहार: एक आत्मघाती बम्ब हमलावर ने तान्या इसराइल में 29 लोगों को मारा।
2003 : रूस ने घातक टोपोल आर एस-12 एम बैलिस्टिक मिसाइल का परीक्षण किया।
2008 : अंतरिक्ष यान एंडेवर पृथ्वी पर सफलतापूर्वक सुरक्षित लौटा।
2010: भारत ने उड़ीसा के चांदीपुर में परमाणु प्रौद्योगिकी से लैस प्रक्षेपास्त्र धनुष और पृथ्वी 2 का सफल परीक्षण किया।
2011: जापान के फुकुशिमा में भूकंप के बाद क्षतिग्रस्त परमाणु ऊर्जा संयंत्र की एक इकाई में रेडियोधर्मी विकिरण सामान्य से एक करोड़ गुना अधिक पाया गया।





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