उत्तर प्रदेश योगी कोरोना दो अंतिम लखनऊ

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 01 May 2021 , 15:55:22 PM
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 लखनऊ। श्री योगी ने कहा कि बदलती परिस्थितियों के बीच हमें अस्पतालों में प्रशिक्षित मानव संसाधन की आवश्यकता होगी। ऐसे में, एक्स सर्विस मैन, सेवानिवृत्त चिकित्सक, आर्मी के रिटायर्ड लोग, अनुभवी पैरामेडिकल स्टाफ, मेडिकल/ पैरामेडिकल के अन्तिम वर्ष के छात्र छात्राओं की सेवाएं ली जानी चाहिए। बेहतर हो कि प्रदेश में मैन पॉवर बैंक जैसा प्रयास किया जाए। जहां जैसी आवश्यकता हो, मानव संसाधन को उपलब्ध कराया जा सकेगा। चिकित्सा शिक्षा मंत्री इस दिशा में कार्यवाही सुनिश्चित कराएं।
उन्होने कहा कि प्रदेश में रेमेडेसीवीर की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए केन्द्र सरकार द्वारा प्रतिदिन 50,000 वॉयल का नया आवंटन किया गया है। यह नवीन आवंटन प्रदेश में रेमेडेसीवीर की आपूर्ति सुचारु रखने में बहुत उपयोगी होगी। स्वास्थ्य मंत्री इस जीवनरक्षक दवा की मांग और आपूर्ति के वितरण की स्वयं मॉनिटरिंग करें। मांग, आपूर्ति और वितरण की पूरी प्रक्रिया पारदर्शी ढंग से संपन्न होनी चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लखनऊ के आरएमएल में 100 कोविड बेड का विस्तार किया जाए। केजीएमयू में जल्द ही डेढ़ सौ बेड जल्द ही और कोविड मरीजों के लिए उपलब्ध हो जाएंगे। कैंसर हॉस्पिटल और डीआरडीओ द्वारा तैयार विशेष हॉस्पिटल भी बहुत जल्द क्रियाशील हो जाएगा। लखनऊ सहित सभी जिलों में कोविड बेड को बढ़ाये जाने की कार्य किया जाए। चिकित्सा शिक्षा मंत्री इसकी हर दिन मॉनिटरिंग करें। बेड में बढ़ोतरी बहुत आवश्यक है।
उन्होने कहा कि कुछ जिलों में वेंटिलेटर उपलब्ध हैं मगर प्रशिक्षित मानव संसाधन के अभाव में इनके क्रियाशील न होने की जानकारी मिली है। स्वास्थ्य विभाग ऐसे सभी अस्पतालों के लिए तत्काल एनेस्थेटिक व अन्य टेक्नीशियन की उपलब्धता सुनिश्चित कराए। यह कार्य प्राथमिकता के साथ किया जाए। जिन जिलों में सीएमओ अथवा सीएमएस के पद रिक्त हैं, वहां 24 घंटे के भीतर नियुक्ति कर दी जाए।
श्री योगी ने कहा कि अस्पताल में भरती मरीज़ों के परिजनों को दिन में कम से कम एक बार उनके मरीज के स्वास्थ्य की जानकारी जरूर दी जाए। प्रदेश में ऑक्सीजन की आपूर्ति सुनिश्चित कराई जा रही है। मांग और आपूर्ति में संतुलन के लिए सभी जरूरी प्रयास किये जा रहे हैं। राज्य सरकार द्वारा ऑक्सीजन जेनरेशन प्लांट लगाए जाने की दिशा में तेजी से प्रयास किये जा रहे हैं। केन्द्र द्वारा भी ऑक्सीजन प्लांट लगवाए जा रहे हैं। इसके साथ ही हमें नए विकल्पों की तलाश करने की भी आवश्यकता है। आईआईटी कानपुर सहित अन्य तकनीकी संस्थानों के विशेषज्ञों से संवाद स्थापित कर नाइट्रोजन को ऑक्सीजन में कन्वर्ट करने की संभावनाओं को तलाशा जाए। झांसी में एक क्रशर यूनिट ने ऑक्सीजन उत्पादन शुरू किया है। चीनी मिलों में थोड़े तकनीकी सहयोग से ऑक्सीजन उत्पादन भी किया जा सकता है।
उन्होने कहा कि दो मई को पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान मतगणना स्थल के बाहर रैपिड एंटीजन टेस्ट की व्यवस्था रहे। स्वास्थ्य विभाग इस संबंध में आवश्यक कार्यवाही तत्काल सुनिश्चित कराए। मतगणना, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए ही सम्पन्न हो। सभी जिलों के लिए शासन स्तर से एक-एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी को नामित किया जाए।





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