मुजफ्रपफरनगर। एक बार फिरजीआईसी मैदान किसानों की भीड़ का गवाह बना। हिंद किसान मजदूर समिति के आह्वान पर हजारो किसानों ने यहां पहुंकर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। इसके साथ ही स्पष्ट कर दिया कि यदि किसानों की समस्याओं का समाधन नहीं होता तो यहां का किसान बड़ा आंदोलन करना भी जानता हैं। महापंचायत के संयोजक एवं आध्यात्मिक किसान नेता चंद्रमोहन महाराज ने कहा कि सरकार यदि गन्ना किसानों की उपेक्षा कर रही है, तो याद रखे कि यह भगवान राम का अपमान है।
देश के किसानों को खुशहाल बनाने के लिए उन्होंने एमएसपी गारंटी कानून लागू करने की मांग करते हुए कहा कि यह हमारा मूल अधिकार है। चंद्रमोहन महाराज को यहां गठवाला खाप की ओर से पगड़ी पहनाकर सम्मानित किया गया। महापंचायत को सम्बोधित करते हुए चंद्रमोहन ने कहा कि आज किसानों के इस कार्यक्रम पर देश और दुनिया के साथ ही सत्ता तथा विपक्ष की नजर है। ये ऐसे किसानों और मजदूरों की महापंचायत है जो राष्ट्रप्रेमी है। या पिफर सीधे सीएम योगी आदित्यनाथ से हमारी मीटिंग हैं, वह सुन लें। यहां पर हम सरकार का विरोध करने के लिए जुटे हैं तो व्यवस्था परिवर्तन के लिए किये गये कार्यों को लेकर सरकार का आभार भी जता रहे हैं। उन्होंने कहा कि यूपी से गुण्डाराज खत्म किया, बिजली आपूर्ति में सुधार हुआ, सड़कों की दशा सुधरी, अच्छे रोड दिये, गौ हत्या बन्द कराई इसके लिए सीएम योगी का आभार है, लेकिन चार साल से गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया, बिजली महंगी हो गई, महंगाई बढ़ी, पेट्रोल के दाम बढ़ा दिये गये, आवारा पशुओं से किसानों की पफसलों की सुरक्षा को कदम नहीं उठाया गया, ट्रैक्टर पर पाबंदी लगा दी गयी, यह सभी निर्णय किसान विरोधी हैं, इनको लेकर किसान परेशान है, पीड़ा में है।
उन्होंने गन्ना किसानों को भगवान श्रीराम के वंश से जोड़ते हुए कहा कि उनके ही पूर्वजों ने ईंख की खेती शुरू की थी, यदि श्रीराम को मानने वाली यह सरकार गन्ना किसानों की उपेक्षा करती है तो यह भगवान राम का अपमान है। उन्होंने कहा कि किसानों के बारे में गंभीरता से सरकार को सोचना होगा। उन्होंने कहा कि यूपी में सीएम योगी को पंजाब और हरियाणा के बराबर गन्ना मूल्य करना चाहिए। इससे किसान सम्पन्न होगा और किसान सम्पन्न होगा तो मजदूर भी मजबूत होंगे। उन्होंने कहा कि आवारा पशु किसानों की खेती को नष्ट कर रहे हैं। अपफसर सुनते नहीं है, इस समस्या के समाधान के लिए यूपी डायल-112 जैसी सेवा शुरू करायें या गौवंशीय पशु के गोबर को 20 रुपये प्रति किलो सरकार खरीदे तो समाधान होगा। उन्होंने कहा कि देश में आज भी सामाजिक विघटन की राजनीति हो रही है। अंग्रेज चले गये, लेकिन उनकी पफूट डालो, राजनीति करो की व्यवस्था आज भी कायम है। जातियों में समाज को बांटा जा रहा है, और यही जातिगत व्यवस्था देश के लिए घातक है। उन्होंने स्वामी सहजानंद सरस्वती को सबसे पहला किसान नेता बताते हुए कहा कि जातिवादी व्यवस्था के कारण ही उनके योगदान और बलिदान को भुलाया गया। उन्होंने कहा कि आज हमें वोट बैं की राजनीति करने वालों से जागरुक रहने की आवश्यकता है।
उन्होंने किसानों के लिए सुरक्षा, सम्पन्नता और सम्मान की मांग करते हुए कहा कि हमें स्वाभिमान के साथ समाधान चाहिए। मजदूर किसान की समस्याओं पर सार्थक चर्चा का ही मतलब महापंचायत होता है। हम किसी राजनीतिक पार्टी से नहीं जुड़ेंगे, लेकिन व्यक्तिगत सम्बंध तो रखेंगे। इस अवसर पर गठवाला खाप के मुखिया चै. राजेन्द्र सिंह मलिक ने कहा कि प्रदेश का मुखिया होने के नाते हम सीएम योगी आदित्यनाथ का सम्मान करते हैं, लेकिन सरकार को किसानों के प्रति अपनी नीति और सोच को भी बदलना होगा। यूपी में किसानों के प्रति सकारात्मक विचार रखने वाली सरकार ही रहेगी। उन्होंने कहा कि यदि किसान ही बाकी न रहा तो ये नेतागिरी किसके नाम पर करेगे। ये सरकार किसानों का टैªक्टर बन्द कराकर दिखाये, हम भी लड़ाई को तैयार हैं। 4 साल से इस सरकार ने गन्ना मूल्य नहीं बढ़ाया, हम चाहते हैं कि सरकार इन चार सालों में 20 रुपये प्रतिवर्ष का लाभ देते हुए इस बार 80 रुपये मूल्य बढ़ाये। हम 100 रुपये नहीं मांग रहे। सीएम जमीनी स्तर पर देखें किसान आज दुखी है, पीड़ित है। उन्होंने कहा कि सरकार समझ ले यह असली महापंचायत है।
किसानांे के उमडे सैलाब को सम्बोध्ति करते हुए उन्हांेने कहा कि वे प्रदेश की योगी सरकार को एक सप्ताह का समय देते हैं, एक सप्ताह बाद पिफर से मीटिंग की जायेगी और अगली रणनीति को तय किया जायेगा। यहां आगामी रणनीति पर विचार होगा। यहां किसान मजदूर संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष पूरण सिंह, त्यागी समाज के अध्यक्ष संजीव त्यागी, गुरदेश चैहान, ठा. राणा प्रताप, हिन्द मजदूर किसान समिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजपाल सिंह दधेडू ने भी प्रतिभाग किया।
जलभराव ने पैदा की दिक्कते तो मूढे व खाट से सजा मैदान
अचानक हुई बारिश से यहां किसान महापंचायत का खेल बिगडता नजर आया तो आयोजको ने आनन पफानन में यहां मैदान में मूढे व खाट डलवा दी ताकि यहां आने वाले किसानो को किसी भी तरह की परेशानी का सामना न करना पडे। शनिवार की रात बारिश होने के कारण जीआईसी मैदान पर जलभराव के कारण आयोजन में दिक्कत का सामना करना पड़ा। सवेरे से ही यहां पर समिति के प्रवक्ता अमित मोलाहेडी कार्यकर्ताओं के साथ व्यवस्था बनाने में जुटे रहे। पानी और कीचड होने के कारण किसानों ने ट्रेक्टर ट्रालियों पर ही सवार रहकर इस पंचायत में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई। एसपी सिटी अर्पित विजयवर्गीय, शहर कोतवाली प्रभारी संतोष त्यागी, जानसठ कोतवाली प्रभारी डीके त्यागी, नई मण्डी कोतवाल अनिल कप्परवान, सिविल लाईन थाना प्रभारी उम्मेद सिंह सहित जिले के कई थानो का पुलिस बल यहां सुरक्षा व्यवस्था के लिए लगाया गया था।