नयी दिल्ली।वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण में कथक गुरु बिरजू महराज जी के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि आज अभिनय कला क्षेत्र की भारत की एक महान विभूति खो गयी।
श्रीमती सीतारमण ने अपने निजी ट्विटर हैंडल पर शास्त्रीय कथक नृत्य कला के लखनऊ घराने के 83 वर्षीय उस्ताद और नृत्य के साथ-साथ गायन और तबलावादन में पारंगत बिरजू जी महराज के निधन पर शोक संदेश में कहा,‘भारत ने आज अभिनय कला की एक महान विभूति खो दी। कथक उस्ताद पांडित बिरजू महराज अब नहीं रहे।’
उन्होंने लिखा, ‘लखनऊ घराने के कथक उस्तादों के परिवार में पैदा पंडितजी कथक का दर्शकों के बड़े फलक तक ले गए। उन्होंने बड़े ही उत्साह से इसकी परंपराओं को कई पीढ़ियों में फैलाया।”’
श्री बिरजू महराज का आज दिल्ली में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। कथक नृत्य की अति प्राचीन शैली है। यह कथा का नृत्य रूप में कथन है। मध्यकाल में इसका संबंधि कृष्ण कथा और नृत्य से था और मुंगलों के काल में यह दरबार में पहुंचा।