नई दिल्ली। कृषि विधेयक पारित होते समय विपक्ष ने खूब हाथ-पैर मारे धरना प्रदर्शन से लेकर कृषि कानून का काफी हद तक विरोध किया संसद में हंगामा किया जिस कारण उन्हें निलंबित भी किया गया और अब कृषि कानून पारित होने के बाद केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावेडकर नहीं विपक्ष को तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि विपक्षी पार्टियां बिचौलियों के दलाल की तरह काम कर रहे हैं
फिलहाल कृषि कानून को लेकर जो माहौल रहा सो रहा यदि अब वर्तमान की बात करें तो वास्तविक स्थिति यह है कि किसानों को उनके उत्पाद की कीमत मिलती और ग्राहकों को उसके लिए ऊंची कीमत चुकानी पड़ती है मंडियों में बैठे बिचौलिए कीमत बढ़ा देते हैं और कृषि कानूनों में इन्हीं बिचौलियों की व्यवस्था को खत्म किया गया है जिससे कि किसान बेहद खुश हैं
उन्होंने विपक्ष पर तंज कसते हुए कहा कि झूठ की लंबी जिंदगी नहीं होती विपक्ष चाहे कितना भी हाथ पैर मार ले चोलिए ही बना रहे किसानों की आय बढ़ाने के लिए कानून लाए गए हैं देश में 60 फीसद आबादी खेती से जुड़ी है लेकिन सकल घरेलू उत्पाद में उनकी भागीदारी 10 से 15 फीसद है और इसे भी बढ़ाना है
विपक्ष कृषि कानून के बीच आकर या अफवाह फैलाने में जुटा हुआ है कि कृषि उत्पाद विपणन समितियां बंद हो जाएंगे और सरकार अनाज खरीदना बंद कर देंगे या न्यूनतम समर्थन मूल्य को खत्म कर दिया जाएगा और यह सारी ही बातें झूठ है साथ ही प्रकाश जावडेकर ने प्रधानमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का देश को लेकर व्यापक नजरिया है
जीएसटी के चलते हमने एक राष्ट्र एक कर व्यवस्था कायम की कृषि कानूनों से एक राष्ट्र, एक बाजार, नेशनल टेस्टिंग से एक राष्ट्र, एक परीक्षा व्यवस्था लागू होगी हम एक राष्ट्र, एक राशन कार्ड की घोषणा कर चुके हैं।
रिपोर्टर : पूजा कुमारी, दिल्ली एनसीआर
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