पटना I बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के राज्यसभा सदस्य सुशील कुमार मोदी ने तीन कृषि कानून को वापस लेने के केंद्र सरकार के फैसले को अन्नदाता का दिल जीतने वाला बताया और कहा कि विपक्ष को इसे जीत-हार के क्षुद्र नजरिया से नहीं देखना चाहिए ।
श्री मोदी ने शुक्रवार को सोशल नेटवर्किंग साइट ट्विटर पर ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के किसानों के एक वर्ग की भावना का सम्मान करते हुए संसद से पारित कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर बड़प्पन दिखाया। यह गुरु परब पर सद्भाव का प्रकाश फैलाने वाला ऐसा निर्णय है, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनावी राजनीति से ऊपर उठता हुआ कद्दावर स्टेट्समैन सिद्ध करता है। उन्होंने कहा कि इस ऐतिहासिक पहल को किसी की जीत-हार के रूप में लेने की क्षुद्रता नहीं होनी चाहिए।
भाजपा सांसद ने आगे ट्वीट कर कहा, "हालांकि तीनों कृषि कानून किसानों के हित में थे, सरकार किसान प्रतिनिधियों से 11 चक्र में बातचीत कर इसमें और सुधार करने पर सहमत थी और उच्चतम न्यायालय ने इनके क्रियान्वयन को स्थगित भी कर दिया था, फिर भी इन कानूनों को एक झटके में वापस लेना राजनीतिक नफा-नुकासान, दलगत मान-अपमान और तर्क-वितर्क से ऊपर उठकर अन्नदाता का दिल जीतने वाला निष्कपट कदम है।" उन्होंने कहा कि अब आंदोलनकारियों को अपना हठ छोड़कर बिना शर्त धरना समाप्त कर घर लौटना चाहिए।