केजरीवाल ने सुंदरलाल बहुगुणा के चित्र का अनावरण किया

पब्लिक एशिया | विशेष संवाददाता
Updated: 15 Jul 2021 , 17:59:30 PM
  • Share With



नयी दिल्ली दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आज दिल्ली विधानसभा परिसर में पर्यावरणविद् सुंदरलाल बहुगुणा की स्मृति में वृक्षारोपण कर उनके चित्र का अनावरण किया।
 केजरीवाल ने इस मौके पर सुंदरलाल बहुगुणा के पुत्र राजीव बहुगुणा और प्रदीप बहुगुणा को स्मृति चिह्न और शॉल भेंट कर सम्मानित किया और उनके परिवार को सम्मान स्वरूप एक लाख रुपये का चेक प्रदान किया। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न से सम्मानित किया जाए। ऐसे व्यक्तित्व को भारत रत्न से सम्मानित किया जाता है तो देश के बच्चे-बच्चे तक उनका संदेश पहुंचेगा। वह आज भले ही हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनका जीवन और संदेश हमेशा हमारे साथ रहेगा।

मुख्यमंत्री ने कहा,“ सबसे पहले मैं सुंदरलाल बहुगुणा के पूरे परिवार का विधानसभा सभागार में स्वागत करता हूं और शुक्रिया अदा करता हूं कि आप लोगों ने हमारा निमंत्रण स्वीकार किया और इतनी दूर से चलकर यहां तक आए। मुझे बेहद खुशी है कि दिल्ली के लोगों, दिल्ली विधानसभा, सभी विधायकों और दिल्ली सरकार की तरफ से आज यहां पर उनकी याद में एक स्मारक बनाया गया और उनकी तस्वीर का अनावरण किया गया। आज हम इस सभागार में उन्हें अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। वह एक महान आत्मा थे। उनका जीवन और उनके जीवन का एक-एक क्षण हमारे लिए और आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रेरणा बनेगा। उन्होंने बहुत संघर्ष किया और अपनी पूरी जिंदगी उन्होंने समाज को दिया।” मुख्यमंत्री ने कहा, श्री बहुगुणा ने समाज से कभी कुछ लिया नहीं है। वह न केवल उत्तराखंड में और न केवल भारत, बल्कि पूरे विश्व के लिए प्रेरणा के स्रोत थे। पूरा विश्व उन्हें याद करता है। मैं समझता हूं कि केवल एक बार सब लोग मिल कर उन्हें श्रद्धांजलि दें, वही सच्ची श्रद्धांजलि नहीं होगी। हम सब लोगों के लिए और भारत के एक-एक बच्चे को उनके जीवन और उनके विचारों से प्रेरणा लेकर आगे बढ़ना चाहिए। उनके जीवन की सबसे बड़ी प्रेरणा पर्यावरण थी, जिसको कि आज समस्त मानव जाति देर सबेर समझ रही है कि पर्यावरण कितना महत्वपूर्ण चीज है। आज लोग यह समझ रहे हैं कि पर्यावरण के साथ यह खिलवाड़ जारी रहा, तो शायद एक समय आए, जब मानव जाति ही न बचे। ”

 केजरीवाल ने कहा कि सुंदरलाल बहुगुणा ने जो अलग-अलग गतिविधियों के जरिए और अगल-अलग आंदोलनों के जरिए जो संदेश दिया। हम सब लोगों को मिल कर उसका अनुसरण करना है। सभी लोग उनके जीवन और संदेश के बारे में जानते हैं। आज हम दिल्ली की तरफ से और दिल्ली विधानसभा की तरफ से उनका सम्मान कर रहे हैं। पूरा देश उन्हें नमन करता है और पूरा देश उन्हें सम्मान करता है। मैं आज इस मौके पर केद्र सरकार से और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से अपील करूंगा कि श्री सुंदरलाल बहुगुणा को भारत रत्न से सम्मानित करें। इस संबंध में मैं प्रधानमंत्री को चिट्ठी भी लिखूंगा। इससे पूरा देश गौरवान्वित महसूस करेगा और मैं समझता हूं कि भारत रत्न से बड़ा और क्या हो सकता है। अगर हम ऐसे व्यक्तित्व को भारत रत्न से सम्मानित करते हैं, तो भारत रत्न का मान-सम्मान बढ़ेगा।”

इस मौके पर उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा, “ मेरे लिए यह सौभाग्य की बात है कि आज हम सब इस कार्यक्रम में शामिल हुए हैं और सुंदरलाल बहुगुणा के परिवार के साथ कुछ क्षण बिताने का अवसर मिला है। हम में से अधिकतर लोग तब पैदा ही हुए होंगे, जब चिपको आंदोलन चल रहा होगा। हम सब लोगों ने उन्हें छात्र अवस्था के दौरान पढ़ा होगा। मैं याद करता हूं तो मैंने पहले छात्र जीवन के दौरान उन्हें पढ़ा और फिर जर्नलिज्म के दौरान पढ़ा। उसके बाद उनके व्यक्तित्व और उनके काम के बारे जितना जानने को मिलता था, उसे जानने की कोशिश करता था। मैं हमेशा उनके दर्शन और अभिव्यक्ति से अभिभूत रहा। वह भारत के जिस भूमि पर पैदा हुए, उसे देवभूमि कहते हैं। जब उनके बारे में पढ़ता हूं तो यह लगता है कि देवभूमि में कुछ अदृश्य देवताओं का वास है, बल्कि कुछ दृश्य देवताओं का भी वास रहा है।”

उन्होंने कहा, “ आज दिल्ली विधानसभा में उनका चित्र उन सब लोगों के साथ लगा है, जिन्होंने हमारे भारत को भारत बनाने में काम किया है। जिनकी बदौलत हमारे देश में आज लोकतंत्र है और जिनकी बदौलत हम खुली हवा में सांस ले पा रहे हैं। उन तमाम लोगों की फ़ोटो इस विधानसभा में लगाई गई है। मैं इन सभी चित्रों को बार-बार देखता रहता हूं और मुझे यही ध्यान आता है कि यह ये चित्र उन लोगों के नहीं लगे हैं, जिन्होंने जिंदगी में बहुत पैसा कमाया है। ये वे लोग नहीं हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी नाम कमाने में लगा दी। बल्कि ये वो लोग हैं, जिन्होंने अपनी पूरी जिंदगी अपनी और आने वाली पीढ़ियों को कुछ देने में लगा दिया। यह सभी लोग हम सभी के लिए प्रेरणा के स्रोत हैं, हम जब राजनीति में चाहे सत्ता पक्ष में बैठने वाले हों या विपक्ष में बैठने वाले हों, जब सदन में बैठक कर इस सदन से बाहर के लोगों के लिए निर्णय लेते हैं और इस सदन में चर्चा करते हैं, तो यह सारे चित्र के पीछे जितने लोग हैं, जितने व्यक्तित्व हैं और उनका काम है, वे सब हमारे लिए प्रेरणादायक होता है। ”

विधानसभा अध्यक्ष राम निवास गोयल ने कहा कि श्री सुंदरलाल बहुगुणा एक प्रसिद्ध पर्यावरणविद् थे। उन्होंने 1970 के दशक में पर्यावरण बचाने को लेकर चिपको आंदोलन चलाया, जो पूरे विश्व में प्रसिद्ध हुआ। अपने आंदोलन के जरिए यह संदेश दिया कि अपने पर्यावरण को बचाना आवश्यक है।





रिलेटेड न्यूज़

टेक ज्ञान