देश में प्रतिवर्ष 15 से 18 करोड लोग खाद्य जनित बीमारियों से ग्रसित होते हैं और इनके इलाज पर तकरीबन 15 अरब डालर खर्च किए जाते हैं
भारतीय खाद्य संरक्षा एवं मानक प्राधिकरण (एफ. एस. एस. ए. आई.) की कार्यकारी निदेशक इनोशी शर्मा ने बुधवार को यहां एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि खाद्य जनित बीमारियों का इलाज भारतीय अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा दबाव डालता है। देश में प्रतिवर्ष 15 से 18 को खाद्य जनित बीमारियों के शिकार होते हैं। इनके इलाज पर प्रतिवर्ष औसतन 15 अरब डालर का खर्च आ रहा है। उन्होंने कहा कि
देश में खाद्य संरक्षा पर विशेष जोर दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आपूर्ति, नियामक और मांग के बीच सामान्य सामंजस्य बैठाया जा रहा है। यह पूरी मुहिम ‘ईट सेफ, ईट हेल्दी एंड इईट सस्टेनेबल’ पर केंद्रित है।