गुजरात में औद्योगिक निवेश के लिए 9852 करोड़ के एमओयू

public asia | पब्लिक एशिया ब्यूरो
Updated: 20 Feb 2023 , 23:05:11 PM
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 ‘द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टेंस टू इंडस्ट्रीज’ योजना के अंतर्गत राज्य में विभिन्न स्थानों पर औद्योगिक निवेश के लिए सोमवार को 9852 करोड़ के एमओयू हुए हैं।
सरकारी सूत्रों के अनुसार मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल की प्रेरक उपस्थिति में इस योजना के अंतर्गत आज एक ही दिन में राज्य में विभिन्न स्थानों पर उद्योग शुरू करने के लिए निवेश के 18 समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए गए। इन विभिन्न एमओयू के परिणामस्वरूप राज्य में 9852 करोड़ रुपए का संभावित निवेश तथा 10,851 प्रस्तावित रोजगार के व्यापक अवसर पैदा होंगे। इन 18 एमओयू में से 5733 करोड़ रुपए के एमओयू विदेशी निवेशकों की भागीदारी से हुए हैं।
तदनुसार गार्डन सिल्क मिल्स प्रा. लिमिटेड के द्वारा सूरत की पलसाणा तहसील के झोलवा गांव में 2533 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश के साथ पूरी तरह से तैयार यार्न, ड्रॉ टेक्सचराइज्ड यार्न, पॉलिएस्टर चिप्स/ पीईटी चिप्स के उत्पादन संयंत्र से 1450 लोगों को प्रस्तावित रोजगार के अवसर मिलेंगे। वहीं एशियन पेंट्स भरूच जिले के दहेज में 2100 करोड़ रुपए के पूंजी निवेश से वीएमवी का उत्पादन संयंत्र शुरू करेगा और इस संयंत्र के माध्यम से 350 लोगों को प्रस्तावित रोजगार प्राप्त होंगे।
इसके अलावा, मैनकाइंड लाइफसाइंस प्रा. लिमिटेड वडोदरा में 1100 करोड़ रुपए का निवेश करेगी और उससे लगभग 1000 प्रस्तावित रोजगार के अवसर सृजित होंगे।
उद्योग मंत्री बलवंतसिंह राजपूत की उपस्थिति में हुए इन विविध एमओयू के अंतर्गत उद्योग निवेशकों और राज्य सरकार ने मैन्युफैक्चरिंग, केमिकल्स एंड एग्रोकेमिकल्स, फार्मास्युटिकल्स, फार्म इक्विपमेंट, हाइड्रोजन और इलेक्ट्रिक ऑटो रिक्शा सहित विभिन्न क्षेत्रों में एमओयू किए।
मुख्यमंत्री पटेल ने इस अवसर पर राज्य सरकार की ‘द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टेंस टू इंडस्ट्रीज’ योजना का समुचित लाभ और आवश्यक सहायता उद्योगों को प्रदान करने की प्रतिबद्धता व्यक्त की। उद्योग मंत्री श्री राजपूत ने विश्वास जताया कि देश के ग्रोथ इंजन और औद्योगिक उत्पादन में 18 फीसदी का योगदान देने वाले गुजरात की यह योजना राज्य में विदेशी पूंजी निवेश सहित उद्योगों और निवेश को और भी ज्यादा आकर्षित करेगी।
उल्लेखनीय है कि राज्य सरकार के साथ विभिन्न औद्योगिक समूहों व निवेशकों द्वारा किए गए 18 एमओयू के परिणामस्वरूप वडोदरा में तीन, अहमदाबाद के भायला में दो, साणंद में दो, भरूच के दहेज, सायखा और पालेज में कुल चार, सूरत के पलसाणा और सचिन में कुल दो, कच्छ में एक और साबरकांठा के हिम्मतनगर में दो उद्योग आगामी 2025 तक अपना उत्पादन कार्य शुरू करेंगे।
इन निवेशों के चलते ‘आत्मनिर्भर गुजरात से आत्मनिर्भर भारत’ का विजन सुदृढ़ होगा। इतना ही नहीं, देश भर के लिए और अधिक प्रगति का मार्ग निर्धारित होगा तथा भारतीय समुदाय को सामूहिक रूप से आगे बढ़ने के साथ स्थानीय उत्पादनों को वैश्विक मंच पर ले जाने का अवसर मिलेगा। एमओयू पर हस्ताक्षर के अवसर पर मुख्यमंत्री के मुख्य प्रधान सचिव के. कैलाशनाथन, उद्योग आयुक्त राहुल गुप्ता तथा वरिष्ठ अधिकारी और निवेशकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहे।
उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में राज्य सरकार ने अक्टूबर-2022 में राज्य में उद्योगों को आत्मनिर्भरता के लिए सहायता देने के लिए ‘द आत्मनिर्भर गुजरात स्कीम्स फॉर असिस्टेंस टू इंडस्ट्रीज’ योजना घोषित की है।





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