मिर्जापुर : जनपद के विकासखंड हलिया ग्राम पंचायत सहजी से सैकड़ों ग्रामीणों ने जिलाधिकारी एवं जिला पंचायत राज अधिकारी को शिकायती पत्र देकर पूर्व प्रधान एवं सचिव पर सैकड़ों शौचालय के धन आहरित करने का गंभीर आरोप लगाया है ग्रामीणों ने बताया कि मौके पर शौचालय मौजूद नहीं जहां एक ओर सरकारें भ्रष्टाचार पर जीरो टालरेंस की बातें करती हैं लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और है विकासखंड हलिया का विवादों से पुराना नाता रहा है इससे पहले भी यूपीए सरकार में मनरेगा घोटाले की जांच कि आंच न जाने कितने कर्मचारियों एवं अधिकारियों पड़ चुकी है लेकिन अधिकारी अपनी आदतों से बाज नहीं आ रहे क्योंकि यह ब्लॉक मुख्यालय दूरस्थ ब्लॉकों में से एक है एवं आदिवासी बाहुल्य होने के कारण ग्राम पंचायतों में धन गबन एवं भ्रष्टाचार की शिकायतें यहां आम है इस बाबत जिला पंचायत राज अधिकारी से पूछने पर बताया गया कि मामले में जांच कमेटी गठित कर दी गई है ग्रामीणों ने आरोप लगाया की इसके पूर्व भी 2019 में भ्रष्टाचार को लेकर एक बार प्रार्थना पत्र पहले भी दिया जा चुका है इस बाबत अभी तक कोई कार्यवाही नहीं हुई जब इस संबंध में जिला पंचायत राज अधिकारी से पूछा गया तो उन्होंने बताया कि अभी तक जांच आख्या प्राप्त नहीं हुई है इस बात से यह स्पष्ट हो जाता है कि विभागीय कार्य शैली क्या है जब 2019 की जांच रिपोर्ट अभी तक प्रेषित नहीं की जा सकी है तो क्या उम्मीद की जाए कि ग्रामीणों को इस मामले में भी न्याय मिल पाएगा।