नयी दिल्ली। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मंडाविया ने चुनाव वाले राज्यों में जल्दी से जल्दी कोविड टीकाकरण पर जोर देते हुए रविवार को कहा कि ओमिक्रॉन से निपटने के लिए सभी तैयारियां की जानी चाहिए।
मांडविया ने सभी राज्यों और केंद्र शासित राज्यों के स्वास्थ्य मंत्रियों और स्वास्थ्य सचिवों के साथ एक ऑनलाइन समीक्षा बैठक में कहा कि कोविड के खिलाफ एक मजबूत लड़ाई लड़ी गयी है और इस सीख का उपयोग ओमिक्रॉन संस्करण के खिलाफ प्रयासों पर फिर से ध्यान केंद्रित करने के लिए किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य सुविधाओं का बुनियादी ढांचे के लिए केंद्र सरकार वित्त उपलब्ध करा रही हैं, इसका उपयोग किया जाना चाहिए।
मांडविया ने कहा कि कोविड परीक्षण, ट्रैक, ट्रीट, टीकाकरण और उपयुक्त व्यवहार का उपयोग करते लोगों का जिलेवार आकलन किया जाना चाहिए और कोविड टीका दिया जाना चाहिए। उन्होंने चुनाव वाले राज्यों उत्तराखण्ड, उत्तरप्रदेश, पंजाब, गोवा और मणिपुर में टीकाकरण पूरा करने लिए जोर दिया और कहा कि इसकी साप्ताहिक आधार पर समीक्षा की जानी चाहिए।
समीक्षा बैठक में ओमिक्रॉन के बढ़ते मामलों और हाल ही में 15-18 वर्ष आयु वर्ग के लिए टीकाकरण शुरू करने और अन्य श्रेणियों के लिए अतिरिक्त खुराक पर भी चर्चा की गयी।बैठक में शामिल होने वाले राज्य के स्वास्थ्य मंत्रियों में नागालैंड के एस पांगन्यू फोम, ओडिशा के एनके दास, मध्यप्रदेश के डॉ. प्रभुराम चौधरी, तमिलनाडु की श्री मा सुब्रमण्यम, असम के केशब महंत, हरियाणा के श्री अनिल विज, दिल्ली के सत्येंद्र जैन, अरूणाचल प्रदेश के आलो लिबांग, झारखंड के बन्ना गुप्ता, बिहार के मंगल पांडे, छत्तीसगढ़ के टीएस सिंह देव और पश्चिम बंगाल की चंद्रिमा भट्टाचार्य शामिल रही।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि ओमिक्रॉन संस्करण अत्यधिक तेज होने के कारण चिकित्सा प्रणाली पर असर डाला सकता है। इससे निपटने के लिए उन्होंने राज्यों को प्रबंधन करने के लिए बुनियादी ढांचे में सुधार करने में कोई कसर नहीं छोड़ने की सलाह दी। उन्होंने राज्यों से जमीनी स्तर पर काम करने और निगरानी और नियंत्रण तंत्र को मजबूत करने के लिए अपनी टीम को फिर से सक्रिय करने का आग्रह किया।
देश में 90 प्रतिशत पात्र आबादी को कोविड टीका देने की सराहना करते हुए, उन्होंने उन राज्यों से आग्रह किया, जिनकी टीकाकरण की प्रगति राष्ट्रीय औसत से कम है, अपने टीकाकरण अभियान को तेज करना चाहिए। उन्होंने राष्ट्रीय टीकाकरण अभियान को सफल बताया और कहा कि यह दुनिया का सबसे व्यापक टीकाकरण अभियान है।