जालौन: इतिहासकार डॉ़ पुरवार के पास है अति प्राचीन तालों का अद्भुत संग्रह

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 29 Jul 2021 , 16:00:52 PM
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जालौन   उत्तर प्रदेश में जालौन के जाने माने इतिहासकार डॉ़ हरिमोहन पुरवार के पास इतिहास की प्राचीनतम जानकारी के साथ साथ एक और भी अद्भुत संग्रह है, यह संग्रह है अतिप्राचीन किस्म के तालों का।
डॉ़ पुरवार ने को यूनीवार्ता के साथ ख़ास बातचीत में गुरूवार को बताया कि वर्तमान समय में उनके पास तालों के लगभग एक सैकड़ा से अधिक स्वरूप एवं डिजाइन के पुरातत्व समय के तालों का संग्रह है और तीन अन्य देशों के डिजाइन के ताले भी है । उनको पुरातात्विक चीजों जैसे ताला ही नहीं पुरानी कागजी मुद्रा धातु मुद्रा, कोंडी, सीप और शंख के अलावा पुरातत्व इतिहास का संग्रह करने में विशेष रूचि है। यह सब संग्रह करने की रुचि उनको अपने पिता की विरासत में मिली है।
उन्होंने यह भी बताया पहले तो वह पुरात्विक चीजों का यूं ही शौकिया संग्रह करते थे लेकिन समय के साथ उन्हें इन चीजों के महत्व और उनके संग्रह की आवश्यकता के बारे में गंभीर ज्ञान हुआ। यह हमारे देश और क्षेत्र के प्राचीन इतिहास से जुड़ी चीजें है और आज की युवा पीढ़ी को भी इसकी जानकारी होनी चाहिए। आज के युवाओं को इन प्राचीन चीजों की जानकारी होगी कैसे अगर इन्हें सहेजा और संरक्षित नहीं किया जाए। इसी को ध्यान में रखकर डॉ पुरवार अधिक उत्साह से प्राचीन चीजों के संग्रह में लग गये। इस कार्य में उनकी पत्नी संध्या पुरवार भी उनका पूरा सहयोग करती हैं।
प्राचीन धरोहरों के बारे में लोगों और विशेषकर युवाओं को बताने के लिए डॉ़ पुरवार समय समय पर अपने आवास पर प्रदर्शनी भी लगाते हैं। उनका उद्देश्य ना तो सरकार से कोई सहायता लेना है और ना ही अपनी धरोहर को किसी को देना चाहते। डॉ पुरवार ने बताया कि हम अपने संग्रह को विरासत के रूप में अपने पुत्र को सौंप देंगे तथा उसको प्रशिक्षित भी करेंगे कि भविष्य में पुरातत्व वस्तुओं का संग्रह वह भी कैसे करें और हमारी धरोहर को आगे बढ़ाएं। एक सवाल के जवाब में डॉक्टर पुरवार ने बताया अभी तक जनपद में इस तरह का कोई संग्रह नहीं है और ना ही कोई संग्रहालय लेकिन उनके पास इन पुरातात्विक महत्व की चीजों का संग्रह है।





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