तथ्यों से मुंह छिपा रही है योगी सरकार: लल्लू

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 09 May 2021 , 20:45:01 PM
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लखनऊ /उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने आरोप लगाया कि कोरोना संकटकाल में योगी सरकार शुतुरमुर्ग की तरह रेत में गर्दन डालकर तथ्यों को छुपाने का प्रयास कर रही है।

श्री लल्लू ने रविवार को जारी बयान में कहा कि प्रशासनिक आंकड़ों के अनुसार लखनऊ में तीन मई तक एक सप्ताह में केवल 276 मृत्यु दर्ज हुईं, जबकि श्मशान घाट के रिकॉर्ड के अनुसार इस दौरान लखनऊ में 400 मृतकों के अंतिम संस्कार हुए। वहीं, कानपुर में 24 अप्रैल तक एक सप्ताह में 66 मृत्यु दर्ज हुई, जबकि श्मशान घाट में जलाई गई चिताओं का आंकड़ा 462 था। गाजियाबाद में 18 अप्रैल तक एक सप्ताह में कई मौतें हुईं, जिनमें से 17 अप्रैल को एक भी मौत सरकारी आंकड़ों में दर्ज नहीं हुई। पड़ताल करने पर श्मशान में रोजाना 50 से ज्यादा शव जलने की बात सामने आई।

इसी तरह आगरा में 17 अप्रैल का सरकारी आंकड़ा 4 मौतों का है, लेकिन आगरा के केवल ताजगंज शमशान घाट में 47 चिताएं जली। बिजनौर के 4 दिनों में एक भी मौत सरकारी कागजों में दर्ज नहीं हुई, लेकिन यहां के श्मशान में 100 मृत्यु व अंतिम संस्कार का पता चला। सात मई को हमीरपुर क्षेत्र में यमुना नदी में दर्जनों लाशें तैरती देखी गयीं। लोगों का मानना है कि श्मशान घाट में जगह न मिलने के कारण परिजनों ने यह शव यमुना में बहा दिए।

श्री लल्लू ने कहा कि स्थानीय प्रशासन ने सम्पूर्ण उत्तर प्रदेश में हेर-फेर कर मौतों की संख्या आंकड़ों में कम बताकर झूठ बोलने का पाप किया है। इसी तरह वह टेस्टिंग, ट्रेसिंग, ट्रीटमेंट व टीकाकरण के आंकड़ों में हेर फेर कर गलत तथ्य प्रस्तुत कर सब व्यवस्थित होने का फर्जी दावा कर रही है जबकि सच्चाई यह है कि उत्तर प्रदेश में सब कुछ अव्यवस्थित है।

उन्होने कहा कि आंकड़ों में हेरफेर का मामला सामने आने पर जब उच्च न्यायालय ने गलत आंकड़ें पेश करने को लेकर उत्तर प्रदेश सरकार को फटकार लगाई, तब कई और ऐसे मामले सामने आए। इसी पंचायत चुनाव के चलते राज्य के 800 शिक्षकों और कर्मचारियों की चुनाव ड्यूटी के दौरान संक्रमित होने से मृत्यु की संख्या सामने आई। जिस पर राज्य सरकार चुप्पी साधकर बैठी हुई है।

प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि सरकार के अनुसार राज्य में सब सुव्यवस्थित है। किसी को किसी प्रकार का कष्ट नहीं है और जो किसी प्रकार की परेशानी बता रहे हैं, वो सिर्फ खौफ और गलतफहमी पैदा कर रहे हैं। सरकार जिसे अफवाह फैलाना कह रही है उसमे उत्तर प्रदेश सरकार के विधायक और सांसदों का नाम भी जुड़ने लगा। झांसी से सदर विधायक रवि शर्मा, मऊरानीपुर के विधायक बिहारी लाल आर्य, राजीव सिंह पारीछा, जवाहर लाल राजपूत, लोकेन्द्र प्रताप सिंह, हरीश द्धिवेदी, दीनानाथ भास्कर, ब्रजेश पाठक, सांसद सत्यदेव पचौरी और कौशल किशोर, पूर्व केंद्रीय मंत्री भाजपा सांसद श्रीमती मेनका गांधी व केंद्रीय मंत्री संतोष गंगवार ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर अपने क्षेत्रों में बिस्तर, ऑक्सीजन, दवाइयां, आईसीयू बेड की कमी के बारे में बताया है।

उन्होंने कहा कि राज्य में न जाने कितने काला-बाजारियों से पुलिस ऑक्सीजन सिलेंडर, दवाइयां, कॉन्सेंट्रेटर जब्त तो कर रही है, पर दे कहाँ रही है कोई खबर नहीं। सरकारी सिस्टम फेल है। फलस्वरूप कालाबाजारी करने वालों ने लोगों की जान के बदले खूब पैसे बनाये। सरकार का लाचार सिस्टम मौन बना चुपचाप सब होता देख रहा है। प्रदेश की भोली-भाली जनता को योगी ने रामराज का सपना दिखा उत्तर प्रदेश को चौपटराज में बदल दिया।





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