नवाज शरीफ बनेंगे पाकिस्तान के अगले प्रधानमंत्री,इमरान अपदस्त किये जाएंगे

संजीव ठाकुर, चिंतक, लेखक | पब्लिक एशिया
Updated: 10 Nov 2021 , 14:23:29 PM
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पाकिस्तान का इतिहास रहा है कि अब तक निर्वाचित 18 प्रधानमंत्रियों में कोई भी अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर पाया हैl या तो प्रधानमंत्रियों की सरकार गिरा दी गई है या सेना के जनरल ने पाकिस्तान में मार्शल ला लगाकर सैनिक सरकार बना ली थीl जुल्फिकार अली भुट्टो को तो जनरल याह्या खान ने अपदस्थ कर अनेक आरोप लगाकर फांसी की सजा दे दी थीl नवाज शरीफ की दो बार प्रधानमंत्री बने पर दोनों बार अपदस्थ कर दिए गए थे l नवाज शरीफ अब इंग्लैंड में निर्वासित जीवन जी रहे हैंl


अब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान नियाजी की स्थिति वैसी ही हो गई हैl उनके 3 साल के कार्यकाल में पाकिस्तान में महंगाई का पिछले 70 सालों का रिकॉर्ड टूट गया है महंगाई 35% ऊंचाई पर पहुंच गई मुद्रास्फीति भी आसमान छू रही है, बेरोजगारी चरम सीमा पर है वैश्विक समुदाय का भरोसा पाकिस्तान की सरकार से टूट गया हैl ऐसे में वहां का विपक्षी दल एवं नवाज शरीफ की बेटी मरियम नवाज और अन्य दल इमरान सरकार पर निशाना साधे हुए हैंl इमरान खान और सेना के जनरल बाजवा के बीच भी भारी मनमुटाव की स्थिति आ गई सेना भी चाहती है कि अब विपक्षी दलों के साथ मिलकर नवाज शरीफ जैसा ट्रबल शूटर प्रधानमंत्री पाकिस्तान में स्थापित किया जाए, जिससे पाकिस्तान की तमाम समस्याओं का इलाज खोज लिया जाए l


नवाज शरीफ के रूस, चीन, सऊदी अरेबिया और अमेरिका से संबंध इमरान सरकार की तुलना में अच्छे ही रहे हैंl इमरान सरकार ने वैसे भी विश्व समुदाय को धोखे में रख हमेशा कट्टरपंथियों एवं आतंकवादियों को पनाह दी हैl अफगानिस्तान ने अमेरिका से अरबों डालर की सहायता लेकर भी तालिबानी आतंकवादियों को लगातार अस्त्र शस्त्र और राजनैतिक मदद अमेरिका को धोखे में रखकर देता आया हैl पंजशीर घाटी में भी उसने तालिबानियों को सैनिक तथा हवाई हमले की मदद देकर अब अफगानी लड़कों से लोहा लेकर से खाली करवाया है। तालिबानी आतंकवादियों को अमेरिकी सैनिकों के खिलाफ पल-पल की जानकारी देकर अमेरिकी सेना को अफगानिस्तान छोड़ने में मजबूर होने के लिए महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। वर्तमान में इस्लामिक न्यूज़ एजेंसी ने इस्लामाबाद में बताया कि पाकिस्तान के पंजाब के अधिकारियों से लगभग 2 सप्ताह पहले इस्लामिक प्रतिबंधित आतंकवादी ग्रुप के संघर्षरत 800 सदस्यों को समझौते के तहत रिहा कर दिया है। पाकिस्तान के संसदीय मामलों के मंत्री राजा बशारत ने बताया की एक आतंकवादी ग्रुप के नेता हाफिज साहब हुसैन की रिहाई के लिए लगभग 2000 आतंकवादी इस्लामिक संगठन के सदस्य को गिरफ्तार किया गया था। मंत्री ने आगे बताया कि अभी यह तय नहीं किया गया है कि तहरीक ए लब्बेक पाकिस्तान के कार्यकर्ता जिन्हें लोक व्यवस्था रखरखाव 1960 कानून की धारा 16k के तहत गिरफ्तार किया गया था उन्हें भी रिहा किया जाएगा या नहीं। तहरीक ए लब्बेक और पाकिस्तानी सरकार हुए समझौते के तहत इस्लामिक कट्टरपंथी ग्रुप सदस्यों द्वारा अपने प्रमुख हाफिज सईद हुसैन रिजवी की रिहाई के लिए पाकिस्तान सरकार पर लगातार दबाव डालने के लिए सड़क पर आ गए थे।


जिन्हें पाकिस्तान सरकार के नुमाइंदों द्वारा गिरफ्तार किया गया था,पर पाकिस्तान सरकार ने समझौते के तहत टीएपी के सदस्यों को छोड़ दिया गया। विदित हो कि पाकिस्तानी सरकार द्वारा गिरफ्तार किए गए तमाम अंतरराष्ट्रीय आतंकवादियों को भी धीरे-धीरे करके रिहा किया जा रहा है। पाकिस्तान की सरकार का आतंकवादी चेहरा बेनकाब होते जा रहा है। इधर पाकिस्तान सरकार कई मोर्चों पर जूझ रही है। पाकिस्तान के अंदरूनी हालात महंगाई ,बेरोजगारी, मुद्रा स्थिति,आर्थिक संकट के कारण अत्यंत खराब हो गए हैं। जेलों में कैदियों को खिलाने के लिए राशन भी नहीं है। पाकिस्तान के इमरान सरकार के खिलाफ वहां की सेना के जनरल बाजवा भी उनके विरोध में आ गए हैं इसके अलावा पाकिस्तान की विपक्षी पार्टियां इमरान सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कटिबद्ध हो गई है। इंटरनेशनल मॉनेटरी फंड भी इमरान सरकार को भविष्य में कर्जा देने में कटौती कर दी है। सऊदी अरब सरकार ने जरूर पाकिस्तान की मदद करने का ऐलान किया है। सऊदी अरब अब पाकिस्तान को 3 अरब डालर की मदद करेगा एवं $2 अरब डॉलर का कच्चा तेल भी मुहैया कराएगा। यदि ऐसा ना होता तो पाकिस्तान की सरकार सड़क पर आ जाती। इन सबके बावजूद पाकिस्तान की अकड़ बरकरार है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय के सामने पाकिस्तान सरकार की किरकिरी हो चुकी है। चीन और पाकिस्तान दोनों विश्व समुदाय से अलग-थलग पड़ गए हैं।






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