पाकिस्तान में सातवें आसमान पर पहुंची महंगाई,इमरान से इस्तीफे की मांग

संजीव ठाकुर, चिंतक, लेखक | पब्लिक एशिया
Updated: 05 Jan 2022 , 15:29:50 PM
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पाकिस्तान में पिछले 21 माह से सबसे ज्यादा महंगाई 13% हो गई है


पाकिस्तान की नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शाहबाज शरीफ ने प्रधानमंत्री इमरान खान से इस्तीफा देने की पुरजोर मांग की है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक मुस्लिम लीग नवाज़ के नेता शाहबाज शरीफ का कहना है कि हाल ही में तेल की बढ़ी कीमतों की वजह से महंगाई जबरदस्त तरीके से विस्फोट कर रही हैl शरीफ का कहना है कि दुनिया नए साल का जश्न मना रही है और इमरान खान अपनी जनता पर महंगाई का बम गिरा रहे हैंl पाकिस्तान में बढ़ती महंगाई के लिए प्रधानमंत्री इमरान खान और उनकी कैबिनेट के तमाम मंत्री जिम्मेदार हैं। उन्हें तत्काल इस्तीफा दे देना चाहिएl

पाकिस्तान में महंगाई एक बार फिर सातवें आसमान पर पहुंच गई है, और इसके कारण वहां की जनता को अपने रोजमर्रा के खर्चों को पूरा करने में काफी परेशानी हो रही हैl पाकिस्तानी ब्यूरो ऑफ स्टैटिसटिक्स के ताजा आंकड़ों के अनुसार महंगाई दर 11.5 फीसद से बढ़कर 13% हो गई है जो पिछले 21 माह में सर्वाधिक ऊंचाई पर हैl पाकिस्तान के प्रमुख अखबार द डॉन की खबर के अनुसार आंकड़ों से पता चलता है कि देश में महंगाई की दर कंज्यूमर प्राइस इंडेक्स के हिसाब से महंगाई की दर पिछले 25 सालों में सबसे ज्यादा आंकी गई हैl माना जाता है कि यह महंगाई अंतरराष्ट्रीय स्तर पर तेल की कीमत बढ़ने से हुई है पर पाकिस्तान की मुद्रा स्फीति अत्यंत खराब स्तर पर आ गई है। रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं में इतनी भारी तेजी आई है कि लोग एक समय खाना खाकर अपना दिन गुजार रहे हैं। महंगाई बढ़ने की वजह से तेल की कीमतों में भारी वृद्धि मानी जा रही है। महंगाई में वृद्धि केवल खाने पीने की चीज में ही नहीं है बल्कि बिजली ,घर का किराया ,ट्रांसपोर्टेशन समेत दूसरी अन्य आवश्यक वस्तुओं पर लोगों को बेतहाशा पैसा खर्च करना पड़ रहा है और रोजगार के अवसर एकदम निचले स्तर पर हैं।

इसी बीच पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के नेता बिलावल भुट्टो जरदारी ने भी इमरान खान की सरकार की जमकर आलोचना की है उनका कहना है कि इमरान खान ने महंगाई कम करने निर्यात बढ़ाने और आयात कम करने की कोई कोशिश नहीं की और मुद्रास्फीति बहुत बड़े स्तर पर बढ़ गई है। ग्राम सरकार तथा उनके मंत्री ऐसो आराम में डूबे हुए हैं। उनकी और दूरदर्शी नीतियों के कारण महंगाई अपनी चरम सीमा पर पहुंच गई है और आवश्यक वस्तुओं के दाम आसमान पर पहुंच गए हैं। इमरान खान केवल लोगों से उधार मांगने का काम ही कर रहे हैं इससे एनपीए एकदम कम हो गया और मुद्रास्फीति एक नए रिकॉर्ड पर पहुंच गई है। जरदारी ने कहा इमरान खान ने कहा था कि 2021 जनता के लिए खुशियों से भरा होगा पर 21:00 बजे जाने के बाद भी देश त्राहि-त्राहि कर रहा है। इमरान खान के दिए वादे कभी पूरे नहीं हुए हैं।

इमरान खान को नैतिक आधार पर इस्तीफा देकर दूसरी सरकार को आमंत्रित करना चाहिए। पाकिस्तान की जनता बेतहाशा महंगाई से अब अत्यंत दुखी हो चुकी है और अब देश में इस सरकार को बर्दाश्त करने के कतई हालात में नहीं है। इमरान सरकार बनने से पहले देश में ऐसे हालात नहीं थे। महंगाई ने अब तक के 25 साल के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए है। पेट्रोल अब ₹144 लीटर कर दिया गया है इसी तरह हाई स्पीड डीजल तथा केरोसिन के रेट भी बढ़ा दिए गए हैं जिसके कारण रोजमर्रा की चीजें एक नए रिकॉर्ड की महंगाई पर पहुंच गई हैं। इमरान सरकार के खिलाफ आम जनता ,मीडिया तथा विपक्ष ने इस्तीफा देने के लिए दबाव पुरजोर डालना शुरू कर दिया है।





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