पूजा स्थलों से राजनीति को दूर रखनी चाहिए: प्रमोद तिवारी

संवाद सहयोगी | पब्लिक एशिया
Updated: 06 Nov 2021 , 19:41:08 PM
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प्रयागराज।कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा केदारनाथ धाम से राजनीतिक भाषण देने के कारण इस तीर्थ स्थल की पवित्रता भंग होने का आरोप लगाते हुये कहा कि धर्म एवं पूजा स्थलों को राजनीति से दूर रखा जाना चाहिये।

तिवारी ने यहां संवाददाताओं से कहा कि पूजा स्थलों और इबादतगाहों से राजनीति को दूर रखना चाहिए। प्रधानमंत्री ने जिस प्रकार केदारनाथ में राजनीतिक भाषा बोली है, वह शोभा नहीं देती। वहां केवल और केवल धर्म -कर्म और पूजा-पाठ की बातें होनी चाहिए। उन्होने प्रधानमंत्री पर केदारनाथ धाम जाकर अपने पद की गरिमा को ठेस पहुंचाने और सरकारी संसाधनों का दुरूपयोग करने का आरोप लगाया। तिवारी ने कहा कि केदारनाथ, हिंदुओं की आस्था का केन्द्र है। राजनीतिक बयानबाजी कर केदारनाथ की पवित्रता को भंग करना हिंदू कतई बर्दाश्त नहीं करेंगे। उन्होने कहा कि प्रधानमंत्री को इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।

गौरतलब है कि प्रधानमंत्री मोदी ने शुक्रवार को केदारनाथ धाम पूजा अर्चना के बाद आदिगुरु शंकराचार्य की मूर्ति और समाधि का अनावरण किया था। इसके बाद उन्होंने यहां ढांचागत परियोजनाओं का लोकार्पण कर स्थानीय लोगों को संबोधित भी किया था।

अयोध्या में दीपावली के अवसर पर दीये जलाने का रिकॉर्ड कायम होने के बारे में तिवारी ने कहा कि दीप जलाना हिंदुओं की सनातन परंपरा रही है। सर्वाधिक दीप जलाने के रिकार्ड के पीछे राजनीतिक लाभ लेना भाजपा की मूल मंशा का नतीजा है और सरकार को इस तरह के विचार त्यागना चाहिए। 





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