बेला है अवसान वर्ष का
बेला है अवसान वर्ष का
आगमन है नए वर्ष का,
नव वर्ष का नये हर्ष का
बचे है कुछ दिन और कुछ राते
2021 की कुछ बातें
2021 की बाते हो जाएंगी इतिहास
पुरानी बाते भूलकर करे फिर हास –परिहास
हो नववर्ष सुहाना, अधरों पर हो मधु-मुस्कान
हर दिल मे प्रेम का हो स्थान कटुता का हो अवसान
दूसरे की खुशियों, मे बसती है रहे सबकी जान
नव वर्ष का नव हर्ष का आओ हम करे मंगल गान