भाकियू नेता अनिल नांदल बोले फसल नष्ट करना समाधान नहीं

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 02 Mar 2021 , 23:33:53 PM
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 रोहतक। तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन को चलते हुए 3 महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है। मगर केंद्र सरकार है कि कृषि कानूनों को लेकर टस से मस नहीं हो रही है। इसी से परेशान होकर किसान हरियाणा में जगह जगह अपनी फसल को नष्ट करने पर आमदा है। इसी कड़ी में आज गांव खरावड़ के किसान अपनी फसल को नष्ट करने के लिए ट्रैक्टर लेकर खेत में पहुंचे। वहीं पता चलने पर भारतीय किसान यूनियन अंबावता के प्रदेश अध्यक्ष अनिल नांदल उर्फ बल्लू प्रधान भी वहां पहुंच गए और किसानों को फसल नष्ट न करने का आह्वान किया। फसल नष्ट करने से रोकने को लेकर किसानों और बल्लू प्रधान के बीच कहासुनी भी हुई, जिस से आहत होकर बल्लू प्रधान उनके ट्रैक्टर के सामने लेट गए और बोले मैं आपको फसल नष्ट नहीं करने दूंगा। वहीं, गांव खरावड़ से मुकेश, कदम मलिक, वीरेंद्र, सतीश, आजाद सिंह, जसवंत सिंह, धर्मवीर व विजय मलिक  ने कहा कि वह सरकार के रवैए से आहत है। सरकार किसानों की सुध नहीं ले रही। इसलिए मजबूरी वंश उन्होंने ऐसा कदम उठाने पर मजबूर होना पड़ा। बल्लू प्रधान ने कहा कि फसल नष्ट करना कृषि कानूनों का समाधान नहीं है। हम सबको एकता का परिचय देते हुए किसान आंदोलन को मजबूत करना होगा और फसल को पकाकर अपने घरों में स्टोर करना होगा। तभी सरकार को फसल की कीमत समझ में आएगी। उन्होंने कहा किसान देश का अन्नदाता है और सरकार है कि सुनने को तैयार नहीं है। इस गूंगी बहरी सरकार को जगाने के लिए सामूहिक किसान मोर्चे से जो भी निर्णय आए उस पर हमें अमल करना होगा, तभी हम सरकार को ये कृषि कानून वापस लेने पर मजबूर कर सकते हैं।




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