मोदी शासन के सात साल में बर्बाद हो गया देश : कांग्रेस

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 30 May 2021 , 16:42:16 PM
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नयी दिल्ली  कांग्रेस ने मोदी सरकार के दो वर्ष पूरे होने पर उसकी विफलताओं की झड़ी लगाते हुए इस सरकार को भारत के लिए हानिकारक बताया और कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदीे ने पिछले सात में देश को बर्बाद कर दिया है और जनता उनकी नाकामयाबियों को भुगत रही है।

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल के दो साल पूरे होने पर शुक्रवार को यहां संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि मोदी शासन के सात साल में अर्थव्यवस्था गर्तव्यवस्था बन गई है। पिछले सात दशक में देश ने जो तरक्की की थी मोदी शासन ने सात साल में उसे तबाह कर दिया है।

उन्होंने कहा कि मोदी सरकार ने सिर्फ अर्थव्यवस्था को ही तबाह नहीं किया बल्कि बेरोजगारी बेतहाशा बढ़ी है और 45 साल में देश में सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंची है।

उन्होंने कहा कि मोदी शासन में महंगाई चरम पर पहुंच गई है। महंगाई ने लोगों की कमर तोड़ दी है और इससे चारों तरफ हाहाकार मचा हुआ है। खाद्य पदार्थों के भाव आसमान छू रहे है। पेट्रोल 100 लीटर तथा सरसों का तेल 200 रुपए प्रति लीटर को पार कर गया है। वर्ष 2014 में जब मोदी सरकार सत्ता में आई थी तो पेट्रोल करीब 71 रुपए और डीजल पर 55 प्रति लीटर की दर से बिक रहा था लेकिन आज पेट्रोल 102 और डीजल 94 रुपए पर पहुंच गया है। रसोई गैस की कीमतों में भी जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है।

कांग्रेस प्रवक्ता ने किसानों के मुद्दे पर भी सरकार को घेरते हुए कहा कि यह सरकार अहंकारी है और उसने देश के अन्नदाता पर भी प्रहार किया है। उनका कहना था कि  मोदी किसान को उसकी फसल पर लागत का 50 फीसदी मुनाफा देने का वादा कर सत्ता में आए थे लेकिन सरकार बनने के बाद उन्होंने किसानों से किए वादे को पूरा करने की बजाय उन पर प्रहार किया और किसान विरोधी कानूनों को संसद में पारित करवा दिया।

सुरजेवाला ने कहा कि मोदी सरकार के कार्यकाल में गरीब तथा मध्यम वर्ग पर भी मार पड़ी है। इस संबंध में विश्व बैंक की एक रिपोर्ट का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन सरकार के 10 साल के कार्यकाल में 27 करोड़ लोग गरीबी रेखा से ऊपर उठे थे लेकिन मोदी सरकार के सात साल के कार्यकाल में अकेले 2020 में 3.20 करोड़ लोग मध्यम वर्गीय श्रेणी से बाहर हुए हैं और 23 करोड़ से ज्यादा लोग फिर गरीबी की रेखा के दायरे में चले गए।
उन्होंने राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर भी सरकार पर हमला किया और कहा कि मोदी सरकार देश की सीमाओं की रक्षा करने में पूरी तरह असफल रही है। उनका कहना था कि चीन आज भी दीप सांग प्लेंस में भारतीय सीमा के भीतर एलएसी के पार वाई जंक्शन तक कब्जा कर चुका है जिससे भारत को सामरिक दृष्टि से सीधा खतरा पैदा हो गया है लेकिन सरकार इस मुद्दे पर चुप्पी साधे है।
प्रवक्ता ने कोरोना महामारी को लेकर भी सरकार को घेरा और कहा कि उसके निकम्मेपन और नकारे के कारण देश कोरोना संकट से घिरा है और लाखों लोग ऑक्सीजन की कमी के कारण अस्पतालों में दम तोड़ रहे है। उनका कहना था कि महामारी को लेकर सरकार के प्रबंधन के कारण कोरोना से तीन लाख 22 हजार 512 लोगों ने दम तोड़ा है। उन्होंने कहा कि यह सरकारी आंकड़ा है जबकि सच्चाई यह है कि इससे कई गुना अधिक लोगों ने कोरोना की कारण अपनी जान गवाई है।
उन्होंने कहा कि कोरोना आज देश के कई गांव में पैर पसार चुका है। सरकार की इससे निपटने की कोई रणनीति नहीं है। टीकाकरण कोरोना का एकमात्र इलाज है लेकिन इस दिशा में सरकार व्यवस्था बनाने में असफल रही है जिसका खामियाजा देश की जनता को भुगतना पड़ रहा है।





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