बुलंदशहर : निजी वाहनों का व्यवसायिक इस्तेमाल जमकर हो रहा है साथ ही डग्गामार बस भी प्रतिदिन सड़क पर चल रही हैं लगातार इन वाहनों से दुर्घटनाओं के मामले सामने आ रहे हैं लेकिन एआरटीओ कार्यालय अपनी जिम्मेदारी से बच कार्रवाई की बात करता हुआ नजर आ रहा है।
गाज़ियाबाद और नोएडा को जाने वाला भूड़ चौराहा, यहां से प्रतिदिन लगभग 100 गाड़ियां जोकि कमर्शियल में पास नहीं है लगातार सवारियों को ले जाती है और लाती है। आपको यह कर्मचारी आवाज लगाता हुआ दिखाई दे रहा होगा की किस तरह सवारिओ को बुला कर आवाज लगा रहा है। गाजियाबाद और नोएडा के लिए यहां से प्रतिदिन वाहनों का संचालन जारी है ना तो यह पुलिस को दिखाई दे रहा है नहीं संभागीय परिवहन विभाग को दिखाई दे रहा है रोज इन वाहनों से सैकड़ों यात्री आवागमन करते हैं और इन वाहन चालकों से महीने की अवैध वसूली भी होती है लेकिन सभी लोग इस बात से कैमरे पर अनजान हैं यह दूसरी बात है जेब गर्म होने में जरा सी भी देर नहीं लगती तय समय औऱ सीमा पर मोटी रकम इन हुक्मरानों के हाथ में होती है। आए दिन दुर्घटनाएं होती हैं और दुर्घटना में घायल और मृत व्यक्ति को कोई मुआवजा भी इसी वजह से नहीं मिल पाता कि ये वाहन ही अवैध होते है। इसी तरह अवैध बसों का संचालन होता है, कुछ बस तो सरकारी रोडवेज बसों के रंगों में रंगी होती है।
हमारे सूत्र का दावा है की सभी मिलीभगत से चल रहा है। अब बात करें कार्यवाही की तो उप संभागीय परिवहन अधिकारी जिस पर यह सारा जिम्मा है की अवैध संचालन न हो वह कह रहे हैं कि हम केवल जुर्माना कर सकते हैं और कुछ नहीं जुर्माना करने वाला व्यक्ति अपने वाहन को छुड़ा लेता है चला लेता है वह यह नहीं देख पा रहे कि नियमित रूप से संगठित होकर एक अवैध वाहनों का गिरोह यहां संचालित किया जा रहा है। जो उनकी कार्य शैली पर सवाल उठा रहा है।
ब्यूरो रिपोर्ट : प्रदीप पण्डित, बुलंदशहर
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