उत्तर प्रदेश : करीब 6 महीनों से अधिक समय से बंद पड़े स्कूल अब खुलने कि तैयारी में हैं। दरसअल कुछ समय पहले आई कोरोना वायरस जैसी बीमारी से हर कोई वांछित है।जिसके जलदे पूरे देश मे लॉकडाउन जारी किया गया था जब जिसमें सभी दफ्तर, स्कूल, कॉलेज सभी प्रकार की अन्य चिजो को बंद कर दिया गया था। क्युकी उस समय लोगो की भलाई इसी में थी। लेकिन लोगो की भलाई के चलते इससे कई लोगो की आर्थिक स्थिति भी पूरी तरह से बिगड़ गई थी। कोई लोग बेरोज़गार हो गए थे कई लोगो का रोज़गार चला गया था।
ओर इसी मे कई लोगो कि भूखे मरने की नोबात भी आ गई थी। साथ ही इसमें पड़ने वाले बच्चो को भी बहुत नुकसान का सामना करना पड़ा था। देश की आर्थिक स्थिति बिगड़ते देख ओर कोरोना वायरस के केस कम होते धीरे - धीरे सारी चीजो को खोला गया। लेकिन साथ ही इन सभी को खोलते हुए ये सभी बातों को ध्यान रखा गया कि कोरोना वायरस को लेकर को नियम बनाए गए हैं उन सभी नियमों का ध्यान रखा जाए। ओर सभी चीजों को धीरे धीरे खोलते हुए अब स्कूलों को खोलने का निर्णय भी ले लिया गया है। 15 अक्टूबर मतलब कल से स्कूलों को खोलने की इजाजत मिल गई है।
लेकिन कई राज्यों के लोग स्कूल खोलने के लिए सहमत नहीं है और साथ ही बच्चों के अभिभावकों का भी अभी यही कहना है कि स्कूल ना खोले जाए स्कूल खुलने के बाद सारे नियम के अनुसार अगर नियमों को देखे तो अभी स्कूलों को खोलने की इजाजत मिल तो गई है लेकिन सिर्फ 9 से 12 तक के छात्रों को। अगर पढ़ाई की बात की जाए तो 9 से लेकर 12 तक की पढ़ाई सबसे ज्यादा कठिन और हमारे भविष्य से जुड़ी होती है इसीलिए अभी सिर्फ 9 से 12 तक के कक्षाओं के बच्चो को स्कूल आने की इजाजत मिली हैं। डीआईओएस डॉ. मुकेश कुमार सिंह ने सोमवार को सभी स्कूलों के लिए निर्देश जारी किए। इसके तहत स्कूलों को दो पालियों में सुबह 8:50 से दोपहर 3:50 बजे तक खोला जाएगा।
पहली पाली में सुबह 8:50 से 11:50 बजे तक कक्षा 9 और 10 की कक्षाएं लगेंगी। दोपहर 12:20 से 3:20 बजे तक कक्षा 11 और 12 की पढ़ाई होगी। ऑफलाइन के साथ-साथ ऑनलाइन कक्षाएं भी जारी रहेंगी और किसी भी बच्चे को स्कूल आने के लिए बाध्य नहीं किया जाएगा। बच्चे के स्कूल आने के लिए अभिभावकों की लिखित सहमति जरूरी होगी। स्कूल खुलने से पहले पूरे स्कूल को सैनिटाइजेशन भी किया जाएगा। एक समय पर स्कूल के अंदर सिर्फ 50 प्रतिशत बच्चों को इजाजत मिलेगी साथी बच्चों की स्कूल यूनिफॉर्म फुल स्लिप की ही हो इसका पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा हाफ बाजू या हाफ पेंट स्कल्ट यूनिफार्म में स्कूल आने की इजाजत नहीं दी जाएगी। स्कूल आने से पहले बच्चों का पूरा बायोडाटा पता नाम नंबर सब दज कराया जाएगा। बच्चों को स्कूल छोड़ने और लेने उनके अभिभावकों को आना पड़ेगा
स्कूल में पढ़ाई के समय सोशल डिस्टेंसिंग का पूरी तरह से ध्यान रखा जाएगा। सैनिटाइजर, हैंडवॉश, थर्मल स्क्रीनिंग और प्राथमिक उपचार की व्यवस्था। प्रवेश के समय सैनिटाइजेशन के साथ ही सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना होगा। मास्क के बिना कोई बच्चा नहीं आएगा। खांसी-जुकाम के लक्षण होने पर विद्यार्थी, शिक्षक या कर्मचारी नहीं आएगा। कोविड के लक्षण होने पर 1800 1805145 पर सूचना देनी होगी। आईओएस ने बताया कि स्कूल खोने से पहले मंगलवार वर्चुअल मीटिंग रखी गई है। इसमें अलग-अलग टाइमिंग को लेकर निजी, आईसीएससी, सीबीएसई और यूपी बोर्ड के स्कूलों के प्रधानाचार्य शामिल होंगे। इस दौरान वर्चुअल क्लस, ई ग्यान गंगा, कोरोना वायरस, संचारी रोग नियंत्रण, छात्राओं के लिए आत्मरक्षा प्रशिक्षण समेत कई बिन्दुओं पर चर्चा होगी।
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