राजौरी आतंकी मुठभेड़ के दौरान शहीद हुए सूबेदार राम सिंह भंडारी के घर पर लगा सांत्वना देने वालों का तांता

Gohar Anwar | Public Asia
Updated: 20 Aug 2021 , 20:51:49 PM
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मेरठ। जम्मू कश्मीर के राजौरी जिले में आतंकी मुठभेड़ में शहीद हुए 48 राष्ट्रीय राइफलस में तैनात मेरठ के गंगानगर ईशा पुरम कॉलोनी निवासी सूबेदार राम सिंह भंडारी के आवास पर शुक्रवार को सैकड़ों लोगों का तांता लगा रहा। आतंकियों से लोहा लेते हुए शहीद हुए सूबेदार की शहादत की खबर मिलते ही नम आंखों से पार्थिव शरीर के मेरठ पहुंचने का इंतजार कर रहे परिजनों सहित मौके पर मौजूद लोगों में हर आंख नम हो गई।

इस दौरान कई राजनीतिक दलों से जुड़े नेताओं ने भी शहीद के घर पहुंचकर उनकी शहादत पर शोक व्यक्त किया वही परिवार के लोग नम आंखों से दरवाजे पर शहीद की पार्थिव देह की राह तकते रहे। दोपहर तक शहीद सूबेदार राम सिंह भंडारी का पार्थिव देह उनके आवास पर नहीं पहुंचा। गौरतलब है कि बुधवार देर रात से शुरू हुई जम्मू-कश्मीर के राजौरी में आतंकियों के साथ मुठभेड़ में सूबेदार राम सिंह देश के लिए शहीद हो गए वह 48 राष्ट्रीय राइफल्स में पोस्टिंग पर थे।

बुधवार देर रात राजौरी में सेना आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन चला रही थी सुबह तक चले ऑपरेशन में सेना के जवानों ने दो आतंकियों को मार गिराया तीसरे आतंकी के संदेह में सेना द्वारा चलाए जा रहे सर्च ऑपरेशन के दौरान घात लगाकर छुपे तीसरे आतंकी ने बस्र्ट मार दिया जिसकी चपेट में आने से सूबेदार राम सिंह बुरी तरह घायल हो गए हालांकि डॉक्टरों की टीम ने उन्हें बचाने की बहुत कोशिश की लेकिन खून ज्यादा बह जाने के कारण इलाज के दौरान उनकी मृत्यु हो गई। सूबेदार राम सिंह का पार्थिव शरीर शुक्रवार को मेरठ पहुंचने की संभावना है। सेना के 16 गढ़वाल मैं शामिल हुए सूबेदार राम सिंह मूल रूप से पौड़ी गढ़वाल के रहने वाले थे। बीते लंबे समय से मेरठ में भी परिवार सहित रह रहे थे करीब पौने दो साल से राष्ट्रीय राइफल्स के साथ कार्यरत थे जो कि फरवरी 2022 में 30 साल की सेवा देने के बाद सेवानिवृत्त होने वाले थे। शहीद राम सिंह के परिजनों की माने तो गुरुवार की सुबह ही पत्नी अनीता की सूबेदार राम सिंह से बात हुई थी उस वक्त उन्होंने आतंकियों के साथ मुठभेड़ होने बात बताई थी उन्होंने बताया कि दो आतंकियों को मार गिराया है जबकि देखा था कि अभी भी छुपा हुआ है।

जिसकी तलाश में सर्च ऑपरेशन जारी है वार्ता के दौरान उन्होंने अपनी पत्नी से परिवार का ख्याल रखने की बात कही थी जिनके वापस लौट कर आने की राह देख रहा परिवार गुरुवार को उनके शहीद होने की खबर सुनते ही परिजनों में कोहराम मच गया। 16 गढ़वाल उनके वरिष्ठ साथी रहे सेवानिवृत्त कैप्टन वीर सिंह रावत को उनके शहीद होने की जानकारी बटालियन की ओर से करीब दोपहर 1:00 बजे मिली थी जिन्होंने उनके परिजनों को इस बात की जानकारी दी शहीद सूबेदार राम सिंह की 4 बेटियां व एक बेटा है इनमें से दो बेटियों की शादी हो चुकी है।

शहीद राम सिंह भंडारी का पार्थिक देह मेरठ पहुंचने के बाद सूरजकुंड श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ उन्हें अंतिम विदाई दी जाएगी। वही राम सिंह भंडारी की शहादत की जानकारी मिलने के बाद रात से ही उनके परिजनों को ढाढ़स बनाने के लिए तमाम जनप्रतिनिधियों सहित आम नागरिकों वह सैनिक परिवारों का आना जाना लगा हुआ है।




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