नयी दिल्ली, सरकार ने देश में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने के लिए उठाए गये कदमों के तहत राष्ट्रीय राजमार्गों पर सर्वाधिक दुर्घटना वाले 5803 स्थलों की ‘ब्लैक स्पॉट’ के रूप में पहचान की है।
सड़क परिहवन और राजमार्ग मंत्रालय ने गुरुवार को बताया कि उसने यह डाटा देश के विभिन्न राज्यों तथा केंद्र शासित प्रदेशों से एकत्र किया है। विभिन्न स्रोतों से प्राप्त इस डाटा के आधार पर सुधार का काम हो, इसके लिए पूरे विवरण को राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण तथा अन्य एजेंसियों को भेजा गया है।
मंत्रालय ने बताया कि उसने देश के 30 राज्यों तथा केंद्रशासित प्रदेशों से राष्ट्रीय राजमार्गों पर 2015 से 2018 के बीच हुई दुर्घटनाओं के आधार पर एकत्र डाटा के अनुसार 5803 ब्लैक स्पॉट की पहचान की है। इनमें से 5123 ब्लैंक स्पॉट पर अस्थायी सुरक्षा उपाय किए जा रहे हैं और 2923 ब्लैक स्पॉट को स्थायी रूप से सुधार लिया गया है।
इन ब्लैक स्पॉट की पहचान के लिए मंत्रालय ने दुर्घटनाओं को आधार बनाया है और कहा है कि ब्लैक स्पॉट के लिए लगभग 500 मीटर लंबे राष्ट्रीय राजमार्ग के एक खंड पर हुई दुर्घटनाओं को बनाया गया है। इसमें ब्लैक स्पॉट उसी जगह को माना गया है जहां पिछले तीन वर्षों के दौरान पांच घातक सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें गंभीर चोटों को शामिल किया गया है। इसका दूसरा आधार तीन वर्षों में उसी स्थान पर हुई उन दुर्घटनाओं को माना गया है जिसमें तीन साल में 10 मौतें हुई हैं।