सन्तान के लिये हमेशा त्याग करती है माँ :दीपा शर्मा

पब्लिक एशिया ब्यूरो | आशुतोष गौतम
Updated: 07 Nov 2020 , 20:42:51 PM
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करनाल, आशुतोष गौतम। कांग्रेस नेत्री व समाजसेवी दीपा शर्मा ने अहोई अष्टमी पर प्रदेश की  माताओं को बधाई दी है। उन्होंने कहा कि कार्तिक मास धार्मिक मास होता है।इस मास में त्योहार अधिक होते है।इस माह को भगवान कार्तिक को समर्पित करते है।इस माह में दीवावली जैसे पर्व भी होते है। उन्होंने कहा कि  धार्मिक गन्र्थो में कहा है कि इस मास में भगवान धरती पर होते है।इस माह में भगवान कार्तिक के साथ लक्ष्मी ,गणेश और धन कुवेर के साथ विष्णु जी की पूजा की जाती है।इस माह में अहोई अष्टमी का पर्व सन्तान को समर्पित रहता है।यह पर्व भारतीय सँस्कृति का महत्वपूर्ण पर्व है।इस दिन महिलाए अपनी संतान  की लंबी उम्र के लिये उपवास रखती है।उन्होंने कहा कि इस पर्व का महिलाए साल भर  बेसब्री से इंतज़ार करती है । माता और सन्तान  के ममतामयी  प्यार का यह अनूठा पर्व है । अपनी संतान के प्रति ममता लिये  महिलाए अपने वात्सल्य के साथ  यह पर्व मनाती है । दीपा शर्मा ने कहा कि भारतीय सँस्कृति में अहोई अष्टमी का पर्व महिलाओ  की संतान के प्रति त्याग  का प्रतीक है।माता कुमाता नही होती है सन्तान माता को भूल  सकती है लेकिन माता नही भूलती है। खुद खाली पेट रह कर सन्तान को भर पेट खाना खिलाती है।आज की नारी हर षेत्र में आगे है । सब मायनो में आज की नारी अनापूर्णा है , सबला है , निडर और अपने परिवार को एक डोर में पिरो कर सबको साथ लेकर चलने वाली है । दीपा ने कहा कि आज महिलाओ के प्रति समाज को मानसिकता बदलनी होगी ।सभी से इस पर्व को समरसता और आपसी प्रेम के साथ मनाने की अपील की । ईश्वर से प्रार्थना करती है की सभी की मनोकामनाए पूरी हो।
उन्होंने महिलाओं से अपील की कि वह इस पर्व  को कोरोना काल मे अपने परिजनों की सुरक्षा के रूप में भी मनाए।हर तरफ इस माहौल में हमे खुशियों के साथ अपनी तथा अपने परिवार की सुरक्षा का ध्यान रखना  चाहिये।इस अवसर पर दो गज की दूरी और मास्क का भी ध्यान रखना चाहिये।उन्होंने सभी से इस पर्व को समरसता और आपसी प्रेम के साथ मनाने की अपील की।





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