सीईएल को कौड़ियों के भाव बेचा सरकार ने:कांग्रेस

संवाद सहयोगी, | पब्लिक एशिया
Updated: 29 Dec 2021 , 18:32:53 PM
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नयी दिल्ली।कांग्रेस ने सरकार पर अरबों रुपए के केंद्रीय सार्वजनिक क्षेत्र के उपक्रम सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड को कौड़ियों के भाव बेचने का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस सौदे में मिलीभगत है।

कांग्रेस प्रवक्ता गौरव वल्लभ ने बुधवार को यहां पार्टी मुख्यालय में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि सरकार ने रणनीतिक महत्व के सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सीईएल) को बहुत ही कम मूल्य 210 करोड़ रुपए में बेच दिया है। कंपनी की कुल परिसंपदा को देखते हुए इसकी वसूली गयी कीमतें कई सवाल खड़ा करती है। उन्होंने कहा कि सीईएल को नांडेल फाइनेंस एंड लीजिंग प्राइवेट लिमिटेड को बेच दिया गया है जिसमें फर्नीचर और इंटीरियर डिजायनिंग कंपनी की प्रमुख भागीदारी है।

उन्होंने कहा,“ सरकार की ‘वर्षांत सेल’ जारी है। रणनीतिक महत्व की एक कंपनी का निपटारा कर दिया। साहिबाबाद स्थित यह सीईएल कंपनी है।”

वल्लभ ने कहा कि इस कंपनी को महज 210 करोड़ रुपए में बेचा गया जबकि इसकी जमीन की कीमत 440 करोड़ रुपए है। कंपनी के पास 1500 करोड़ रुपए के आर्डर हैं और इसका शुद्ध लाभ 700 करोड़ रुपए है। सीईएल को नांडेल फाइनेंस एंड लीजिंग प्राइवेट लिमिटेड को बेचा गया है जिसके वर्ष 2020 में महज 10 से कम कर्मचारी थे। इस कंपनी काे परिसमाप्त का मामला दर्ज है। सरकार द्वारा एक सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी सीईएल को इस कंपनी को बेचना सवाल खड़े करता है।

उन्होेंने सीईएल की नीलामी प्रक्रिया में मिलीभगत का आरोप लगाया और कहा कि केवल दो बाेलीकर्ता थे। दूसरे बोलीकर्ता जीपीएम इंडस्ट्रीज है। एक निदेशक दोनों कंपनियों में हैं। यह सौदा वित्त वर्ष 2021-22 में पूरा हो जाने की उम्मीद है।






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