हमींदपुर से बदोपुर तक 10 किलोमीटर में दोहान नदी का होगा रिचार्ज

अभिषेक मित्तल | पब्लिक एशिया
Updated: 04 Feb 2021 , 19:07:07 PM
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नारनौल/ नांगल चौधरी के विधायक डा. अभय सिंह यादव ने बृहस्पतिवार सुबह 7 बजे हमीदपुर बांध से लेकर बदोपुर राजस्थान सीमा तक दोहान नदी में पैदल नदी के विभिन्न हिस्सों का निरीक्षण किया। उनके साथ सहायक मृदा संरक्षण अधिकारी हरिराम यादव भी थे।
दोहान नदी पर हमीदपुर गांव के पास काफी वर्ष पहले एक बांध का निर्माण किया गया था। परंतु दुर्भाग्यवश दोहन नदी में पानी आना बंद हो गया और उस बांध का फायदा क्षेत्र को नहीं मिल पाया। तदोपरांत हसनपुर डिसटीब्यूटरी नहर से बांध तक सिंचाई विभाग ने एक नहर का निर्माण किया ताकि नहर का फालतू पानी बरसात की ऋतु में नदी में डाला जा सके। पिछले 4 वर्ष से इस नहर द्वारा बांध में पानी डाला जा रहा है तथा इस पानी का फैलाव लगभग 2 किलोमीटर पीछे तक भाखरी  गांव की सीमा तक रहा है।
नदी का तल उबड़ खाबड़ होने और विपरीत ढाल होने की वजह से पीछे पानी नहीं जा पा रहा है। कुछ दिन पहले ही सिंचाई विभाग ने डा. यादव के अनुरोध पर एक कच्चा नाला पानी के लिए खोदा है जो जादूपुर गांव की सीमा तक जाता है जहां एक जोहड़  की खुदाई भी नदी में की गई है।  बृहस्पतिवार को सुबह 7 बजे सुबह की सैर के साथ ही डॉ अभय सिंह यादव सहायक मृदा संरक्षण अधिकारी हरिराम यादव को साथ लेकर हमीदपुर बांध पर पहुंचे जहां से उन्होंने पैदल लगभग 8 किलोमीटर की सैर नदी के अंदर करते हुए पूरी नदी का राजस्थान बॉर्डर तक निरीक्षण किया। मृदा संरक्षण अधिकारी को नदी के शेष भाग को राजस्थान बॉर्डर तक आगे बढ़ाने के लिए कहां। डा. यादव ने बताया कि बदोपुर राजस्थान बॉर्डर तक पानी खुदाई के द्वारा ले जाया जा सकता है अत: बरसात की ऋतु में इस पूरे क्षेत्र की नदी को रिचार्ज करने के लिए नदी की खुदाई करके नाला बनाया जाना क्षेत्र के किसान के लिए बहुत जरूरी है। उन्होंने कहा कि वह इस बात का भरसक प्रयास करेंगे कि सरकार द्वारा बजट उपलब्ध करवाकर अति शीघ्र खुदाई का काम करवा दिया जाए, ताकि बरसात के समय उपलब्ध फालतू पानी को नदी के अंदर राजस्थान बॉर्डर तक पहुंचाया जाए।
उल्लेखनीय है कि इस क्षेत्र के साथ पडऩे वाले गांवों में नहर की सुविधा उपलब्ध नहीं है अत: नदी में पानी डालकर इन गांवों के ट्यूबेलों को जीवित रखने का प्रयास किया जाएगा ताकि किसान इससे सिंचाई कर सके। इस कार्य के पूरे होने के उपरांत हमीदपुर गांव के अतिरिक्त भाखरी, खटोटी, जादूपुर, दोचना, बदोपुर एवं राजस्थान के गांव ढोसी और शिमला तक के लोगों को इसका लाभ होगा।





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