हरियाणा कारोबार सुगमता रैंकिंग में 16 वें नंबर पर आना चिंता का विषय है बजरंग गर्ग

पब्लिक एशिया ब्यूरो | पब्लिक एशिया
Updated: 06 Sep 2020 , 14:09:30 PM
  • Share With



केंद्रीय वित्तमंत्री की रिपोर्ट के मुताबिक हरियाणा कारोबार सुगमता रैंकिंग में 16 वें नंबर पर आना चिंता का विषय है - बजरंग गर्ग
सरकार की गलत नीतियों के कारण हरियाणा कारोबार सुगमता रैकिंग में 3 स्थान से फिसलकर 16 वें स्थान पर पहुंच गया है - बजरंग गर्ग
सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में लगातार के व्यापार व उद्योग धंधे पिछड़ते जा रहे हैं - बजरंग गर्ग
सरकार की गलत नीतियों के कारण गांव स्तर पर 90 प्रतिशत और व्यापार व उद्योग 60 प्रतिशत प्रदेश में ठप्प हो गया - बजरंग गर्ग
हर प्रदेश की तरक्की व्यापार व उद्योग पर निर्भर करती है - बजरंग गर्ग

हिसार - अखिल भारतीय व्यापार मंडल के राष्ट्रीय महासचिव व हरियाणा प्रदेश व्यापार मंडल के प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने व्यापारी प्रतिनिधियों की बैठक को संबोधित करते हुए कहा कि केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण की रिपोर्ट के मुताबिक राज्यों संघ शासित रैकिंग सुधार कार्रवाई योजना 2019 के आधार पर हरियाणा प्रदेश 3 वें स्थान से फिसलकर 16 वें स्थान पर पहुंच गया है। यह हरियाणा के लिए बड़ी शर्म व चिंता की बात है। जबकि सरकार की गलत नीतियों के कारण प्रदेश में व्यापार व उद्योग धंधे लगातार ठप्प हो रहे हैं। जबकि देश में छोटे-छोटे राज्य व्यापार व उद्योगों को बढ़ावा देकर तरक्की कर रहे हैं और हरियाणा सरकार लगातार व्यापारी व उद्योगपतियों को नाजायज तंग करके व्यापार व उद्योग को बर्बाद करने में लगी हुई है। जबकि हरियाणा सरकार की गलत नीतियों के कारण गांव स्तर पर लगभग 90 प्रतिशत छोटे व मध्यम उद्योग बंद हो चुके हैं और प्रदेश में लगभग 60 प्रतिशत व्यापार व उद्योग धंधे कम हुए हैं। जिसका मुख्य कारण सरकार द्वारा व्यापारियों को रियाहतें देने की बजाए नए-नए कानून बनाकर व्यापारियों पर शिकंजा कस रही है। जबकि सरकार ने हरियाणा की तरक्की के लिए ज्यादा से ज्यादा व्यापारी व उद्योगपतियों को सुविधा देने की जरूरत है। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार का तानाशाही रवैया के कारण कृषि ऊपज मिलों का बुरा हाल है और प्रदेश की मंडिया बंद होने के कगार पर है। मंडिया का तो इतना बुरा हाल है कि दुकानें का कलेक्टर रेट ज्यादा है और दुकानें के रेट कलेक्टर रेटों से काफी कम है। जबकि हरियाणा सरकार को ऐसा माहौल बनाना चाहिए कि पड़ोसी राज्यों के उद्योगपति हरियाणा में उद्योग लगाए और हरियाणा आंध्र प्रदेश की तरह पहले स्थान पर पहुंचे। उसके लिए जरूरी है कि सबसे पहले सरकार को गांव स्तर पर छोटे व मध्यम स्तर के उद्योगों को स्थापित करने के लिए विशेष योजना तैयार करनी चाहिए। ताकि गांव स्तर पर लाखों युवा व महिलाओं को गांव में ही रोजगार मिल सके। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि प्रदेश की तरक्की के लिए जरूरी है कि व्यवसाय, उद्योग व प्राइवेट सेक्टरों में ज्यादा से ज्यादा रोजगार बढ़े। उसके लिए सरकार को व्यापारी व उद्योगपतियों को टैक्सों में सरलीकरण करने, बिजली के बिलों में सब्सिडी देने, उद्योग लगाने के लिए सस्ती जमीने उद्योगपतियों को उपलब्ध कराने, इंस्पेक्टर राज खत्म करने हेतु, कोई भी सरकारी अधिकारी दुकान व फैक्ट्रियों में चेकिंग के नाम पर अपने निजी स्वार्थ के लिए ना जाए, बड़ी-बड़ी कंपनियों को रियायतें देने की बजाए खुदरा व्यापारियों को ज्यादा से ज्यादा सुविधा देने से प्रदेश में व्यापार व उद्योग को बढ़ावा मिलेगा। जिससे प्रदेश तरक्की करता हुआ लाखों लोगों को व्यापार व उद्योग के माध्यम से रोजगार मिलेगा। व्यापार व उद्योग बढ़ाने से सरकार को भी पहले से ज्यादा राजस्व की प्राप्ति होगी और हरियाणा तरक्की करता हुआ 16 वें स्थान से प्रथम स्थान पर पहुंचेगा। हर प्रदेश की तरक्की व्यापार व उद्योग पर निर्भर करती है। जिस राज्य में व्यापार पिछड जाता है, वह राज्य कभी भी तरक्की नहीं कर सकता। प्रांतीय अध्यक्ष बजरंग गर्ग ने कहा कि सरकार झूठी घोषणाएं व झूठे वायदे करने की बजाए प्रदेश की तरक्की व उन्नति के लिए कारगर कदम उठाए। प्रदेश की तरक्की के लिए व्यापार मंडल हमेशा ही सरकार का सहयोगी है और आगे भी सहयोगी रहेगा।





रिलेटेड न्यूज़

टेक ज्ञान