हाथरस कांड में फर्जी स्क्रीनशॉट द्वारा योगी को बदनाम करने की साज़िश

पूजा कुमारी | रिपोर्टर
Updated: 05 Oct 2020 , 15:31:47 PM
  • Share With



उत्तर प्रदेश हाथरस कांड के बाद मामला बिगड़ता चला गया जगह जगह प्रदर्शनकारियों ने प्रदर्शन किया वही बात उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पर भी आई जिस पर बढ़-चढ़कर कांग्रेस नेताओं का कहना यह था कि योगी आदित्यनाथ इस्तीफा दे योगी आदित्यनाथ की कार्यप्रणाली पर राजनेताओं द्वारा तंज कसा गया लेकिन यही नहीं नए ट्रेंड पर सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर न्यूज़ चैनल का फर्जी स्क्रीनशॉट तैयार कर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और सरकार को बदनाम करने की साजिश का मामला सामने आया है

आपको बता दें कि स्क्रीनशॉट मैं ब्रेकिंग न्यूज़ लिखकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की फोटो के साथ बकायदा उनकी फर्जी बयान जारी किया गया यह स्क्रीनशॉट व्हाट्सएप समेत अन्य सोशल मीडिया के मंचों पर तेजी से वायरल किया जा रहा है यह मामला तेजी से सोशल मीडिया पर गहराता जा रहा है इसके चलते लखनऊ की हजरतगंज कोतवाली में इस संबंध में एफआईआर भी दर्ज करवाई गई है और सभी आरोपितों की तलाश जारी है।

तलाश जारी रखते हुए पुलिस और साइबर क्राइम सेल की टीमों को लगाया गया है जो जल्द से जल्द आरोपियों का पता लगा लेंगे स्क्रीनशॉट का वेबसाइट पर चेक आउट किया गया जिसके दौरान न्यूज़ चैनलों ने भी इसका खंडन किया वहीं पुलिस जांच में भी यही आया कि स्क्रीनशॉट वाला मैसेज सिर्फ सीएम की छवि को खराब करने के इरादे से वायरल किया जा रहा है साथी जिसने भी यह है उसके खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज हो चुका है

इसी दौरान प्रकरण में मुन्ना यादव नामक युवक के अकाउंट से फेसबुक पर सीएम का फर्जी बयान पोस्ट किया गया था और इस स्क्रीन शॉट में जाति विवाद पर टिप्पणी की गई थी साथ ही एक बड़ी न्यूज़ चैनल का लोगो भी लगा था जिसके बाद लोगों तक न्यूज़ चैनल से पता किया गया तो न्यूज़ चैनल ने फर्जी स्क्रीन शॉट का खंडन किया लिहाजा मुन्ना यादव के खिलाफ अफवाह फैलाने धोखाधड़ी कूट रचना करने और सीएम की छवि खराब करने के साथ आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज कर दिया गया है।


आशंका जताई जा रही है कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया समेत कुछ और संगठनों की भूमिका से पड़ताल की जा रही है जो की साजिश के संदिग्ध है इस फर्जी पोस्ट के द्वारा निशाना साध कर हाथरस के बहाने उत्तर प्रदेश में जातीय और सांप्रदायिक मामले को बढ़ावा दिया जा रहा है और लड़ाई झगड़े करने की स्थिति उत्पन्न की जा रही है इतना ही नहीं फर्जी पोस्ट द्वारा पीड़िता की जेब काटने अंग को भंग करने और सामूहिक दुष्कर्म से जुड़ी तमाम अफवाहें उड़ा कर प्रदेश में एक दूसरे के खिलाफ नफरत है बढ़ाने की कोशिश की जा रही है सोशल मीडिया के विभिन्न मंचों पर वेरीफाइड अकाउंट का भी जमकर इस्तेमाल किया गया है वहीं जांच एजेंसियां वेरीफाइड अकाउंट का भी ब्यौरा तैयार कर रही है।


रिपोर्टर : पूजा कुमारी, दिल्ली एनसीआर

("Public Asia News" से लगातार जुड़े रहने के लिए आप हमारे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम व यूट्यूब पर फॉलो भी कर सकते हैं, तो आज ही 'Public Asia News' को Like & Subscribe करें)





रिलेटेड न्यूज़

टेक ज्ञान