उत्तर प्रदेश के बाद केंद्र सरकार करेगी अंजुम को सम्मानित 

Shameem Saifi | Public Asia Bureau
Updated: 12 Oct 2020 , 18:21:39 PM
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 मुज़फ्फरनगर तहसील जानसठ के ग्राम कैथोडा के गरीब परिवार में जन्मी अंजुम खान को उसकी क़ाबलियत के बल पर  उत्तर प्रदेश सरकार द्धारा सम्मानित किया गया था , वंही  अब केंद्र सरकार के महिला एवं बाल कल्याण मंत्रालय द्धारा गाँव की बेटी अंजुम को बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ के तहत इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे पर दिल्ली में सम्मानित किया जायेगा। दरअसल कैथोडा  गाँव में मेहनत मजदूरी कर अपने घर की गुजर बसर करने वाले नफीस की बेटी ने हाई स्कूल की परीक्षा पास करने के बाद अंजुम ने मीरापुर के एस डी इण्टर कॉलेज में एडमिशन ले लिया लेकिन सामाजिक  उत्पीड़न के चलते अंजुम कॉलेज नहीं जा पाई और परिजनों ने भी प्रतिबंध लगा दिया।  लेकिन कॉलेज के प्रधानाचार्य विकास शर्मा और अन्य शिक्षकों द्धारा आग्रह करने के बाद अंजुम के परिजनों ने कॉलेज जाने की इजाजत दी।

अंजुम ने अपने कॉलेज की  NCC में प्रवेश लिया और 73 UP मवाना में उसका चयन हो गया। इसके बाद फतेहगढ़  में शूटिंग में उसका चयन हुआ और उसने यहां एक महीना प्रशिक्षण लिया । यहां शूटिंग में अंजुम की  दूसरी रैंक आई । इसके बाद दिल्ली में उसने यूपी स्टेट रायफल एसोसिएशन की ओर से डॉ करणी सिंह शूटिंग रेंज में आयोजित प्रतियोगिता में हिस्सा लिया । जंहा अंजुम ने पहला स्थान प्राप्त किया । लखनऊ में  मुख्यमंत्री द्धारा  भी अंजुम को सम्मानित किया गया । एनसीसी में सी सर्टिफिकेट प्राप्त कर चुकी अंजुम वर्तमान में दिल्ली एयरपोर्ट पर नौकरी कर रही है । अंजुम के जज्बे और हौसले के चलते केंद्र सरकार द्धारा इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे परसम्मानित किया जा रहा है। 

मजदूरी करके पढ़ाया बेटी को अंजुम के पिता नफीस का कहना है की मेरी बेटी का यह सफर रहा है कि पढ़ाने की बहुत कोशिश करी।  लेकिन मेरा इतना भी जरिया नहीं था मजदूरी करके मैंने अपनी बेटी को पढ़ाया है और बड़ी खुशी की बात है कि ऐसी जगह पहुंच गई सम्मान मिलेगा घर में खुशी जैसा मॉल है।


कॉलेज के अध्यापको के आग्रह पर गई अंजुम कॉलेज 

अंजुम के भाई  सत्तार  है की  हमने अपनी बहन के लिए बहुत मेहनत की है उसको स्कूल जाने से रोक लिया हमने फिर स्कूल के टीचर्स आए हैं उसको ले गए हैं।  हमने तो स्कूल जाने से रोक ही लिया था लेकिन  स्कूल के प्रधानाचार्य उसको ले गए वह माने  नहीं और कहने लगे की सब हो जाएगा यह पढ़ लिख लेगी।  फिर अंजुम ने  एन सी सी में लिया उन्होंने फिर उसकी वजह से वहां पहुंची है घर में बहुत अच्छा  माहोल है मोहल्ले में भी खुशी का माहौल है।





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