जासं, गाजियाबाद : चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय की ओर से विधि संकाय के पाठ्यक्रमों की परीक्षाएं आफलाइन के साथ आनलाइन मोड में भी कराई जा रही है। आनलाइन परीक्षाओं को नकलविहीन बनाने के लिए सख्त नियम बनाए गए हैं। परीक्षा देते हुए परीक्षार्थी ने दूसरी विडो खोलने का प्रयास किया तो उसे चेतावनी मिलेगी। साथ ही फोन काल, वाट्सएप वेब मैसेज, एंटीवायरस मैसेज व विडो अपडेट के मैसेज भी चेतावनी में गिने जाएंगे। छात्र-छात्राओं को अधिकतम 10 चेतावनी मिलेंगी। 11वीं चेतावनी पर पेपर खुद सबमिट हो जाएगा।
विवि ने विधि की आनलाइन परीक्षाओं को लेकर गाइडलाइन जारी कर दी है। पेपर वीबॉक्स डाट काम पर होगा। छात्रों के ईमेल पर भी लिक पहुंचेगा। विवि द्वारा पेपर से पहले छात्रों को कांफ्रेंस पर पेपर देने की प्रक्रिया भी समझाएगा। पेपर में कैमरे सहित लैपटाप, डेस्कटाप या स्मार्टफोन होना जरूरी है। पेपर केवल गूगल क्राम, माजिला फायरफाक्स पर ही दिया जा सकेगा। सफारी ब्राउजर और अन्य डिवाइस ब्राउजर पर पेपर नहीं होगा। छात्रों को वेबकेम या कैमरे के सामने अपनी इमेज क्लिक करनी होगी। इसके बाद कोई आइडी प्रूफ अपलोड करना होगा। आइडी प्रूफ कालेज आइकार्ड, स्टूडेंट आइडी या सरकारी आइ कार्ड हो सकता है। सत्यापन के बाद छात्र टेस्ट के लिए निर्देश पेज पर जा सकेंगे। बहु विकल्पीय प्रश्नों के जवाब स्क्रीन पर देने होंगे, जबकि लिखित परीक्षा में छात्र कापी पर सवालों को हल करते हुए प्रत्येक प्रश्न के बाद उसे अपलोड करेंगे। इमेज अपलोड करने के लिए क्यूआर कोड जनरेट करने का भी विकल्प मिलेगा। क्यूआर कोड की वैधता सिर्फ 60 सेकेंड रहेगी। छात्र मोबाइल फोन कैमरे का प्रयोग करके भी इमेज अपलोड कर सकेंगे। यदि किसी वजह से इंटरनेट ब्रेक होता है तो छात्र को हेल्प सेंटर पर काल करनी होगी।