हरियाणा सरकार आंदोलन को सिरसा में शिफ्ट करना चाहती है:राकेश टिकैत

पब्लिक एशिया ब्यूरो | विशेष संवाददाता
Updated: 17 Jul 2021 , 20:32:38 PM
  • Share With



सिरसा। राजद्रोह के आरोप में जेल में बंद किए गए पांच किसान आंदोलनकारियों की रिहाई की मांग को लेकर शनिवार को सिरसा के भगत सिंह खेल परिसर स्टेडियम में संयुक्त किसान मोर्च के आह्वान पर किसान महापड़ाव का आयोजन किया गया। इस महापड़ाव में बड़ी संख्या में किसानों ने भाग लिया।

किसान नेता राकेश टिकैत, जग संयुक्त संघर्ष मोर्चा से जगजीत सिंह दलेवाल, कुलवंत सिंह संधू, अभिमन्यु कुहाड, बलदेव सिंह सिरसा, रवि आजाद, विकास सीसर, प्रगट सिंह जामा राय, मनदीप नथवान, प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा , लखविंदर सिंह औलख व अन्य नेता पहुंचे। किसानों के महापड़ाव के चलते भारी संख्या में पुलिस बल तैनात रहा। बरनाला रोड एरिया को पुलिस छावनी में तबदील किया गया था। यहां पुलिस व आरपीएफ की कंपनियां तैनात रही।  राकेश टिकैत ने कहा कि हरियाणा सरकार किसान आंदोलन को दिल्ली से यहां पर शिफ्ट करने की जिम्मेदारी ले ली है। इनका टारगेट है कि अब आंदोलन सिरसा में आ जाए। उन्होंने कहा कि आंदोलन शांति से चलेंगे, कितने लंबे चलेंगे यह भी नहीं पता। देश की आजादी में 90 वर्ष आंदोलन चले, बहुत खा कमा लिया। उन्होंने कहा कि अगर जमीनें बचानी है तो आंदोलन करने पड़ेंगे। आने वाली पीढ़ी आंदोलन नहीं करेगी। यह मुक्ति अभियान है। बीजेपी वाले गफलत में है। उन्होंने कहा कि बीजेपी की सरकार नहीं है, आपके आडवानी बंद है, मुरली मनोहर जोशी बंद है। राकेश टिकैत ने कहा कि इनका इलाज होगा, उन्हीं के झंडे लगाकर मूंग बेचने जाओ। उन्होंने कहा कि किसानों पर जो मुकद्दमें लगा रखें है वो वापस लो। ये किसान दिल्ली सरकार से नहीं हटे, तुमसे क्या हटेंगे। 





रिलेटेड न्यूज़

टेक ज्ञान