11 जिले,58 सीट,623 उम्मीदवार

संवाद सहयोगी, | पब्लिक एशिया
Updated: 09 Feb 2022 , 15:43:45 PM
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नई दिल्ली, । जनसंख्या के मामले में देश के सबसे बड़े राज्य यूपी में 10 फरवरी को विधानसभा चुनाव के लिए पहले चरण का मतदान होने जा रहा है। गुरुवार को पश्चिमी यूपी के 11 जिलों की 58 सीटों पर वोट डाले जाएंगे। वोटिंग सुबह सात बजे से शाम 6 बजे तक होगी। चुनाव प्रचार का शोर मंगलवार शाम को थम गया था। पहले चरण के चुनाव के लिए क्या तैयारी है? किन जिलों में वोटिंग होगी? सुरक्षा को लेकर किस तरह के इंतजाम हैं? इसके बारे में एक-एक जानकारी हम आपको देंगे।किन जिलों में होगी वोटिंग?

पहले चरण में जिन जिलों में मतदान होना है उनमें शामली, मुजफ्फरनगर, मेरठ, बागपत, गाजियाबाद, हापुड़, गौतमबुद्ध नगर, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा और आगरा हैं। इन जिलों की 58 विधानसभा सीटों पर मतदान होगा।

इन सीटों पर मतदान होगा

कैराना, थाना भवन, शामली, बुढ़ाना, चर्थवाल, पुरकाजी, मुजफ्फरनगर, खतौली, मीरापुर, सीवालखास, सरधना, हस्तिनापुर सु, किठोर, मेरठ कैण्ट, मेरठ दक्षिण, छपरौली, बड़ौत, बागपत, लोनी, मुरादनगर, साहिबाबाद, गाजियाबाद, मोदीनगर, धौलाना, हापुड़, गढ़मुक्तेश्वर, नोएडा, दादरी, जेवर, सिकन्दराबाद, बुलंदशहर, स्याना, अनूपशहर, डिबाई, शिकारपुर, खुर्जा, खैर, बरौली, अतरौली, छर्रा, कोल, अलीगढ़, इग्लास, छाता, मांट, गोवर्धन, मथुरा, बलदेव, एत्मादपुर, आगरा कैण्ट, आगरा दक्षिण, आगरा उत्तर, आगरा ग्रामीण, फतेहपुर सीकरी, खैरागढ़, फतेहाबाद और बाह।

623 उम्मीदवारों की किस्मत का होगा फैसला


पहले चरण में कुल 623 उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। 810 प्रत्याशियों ने नामांकन दाखिल किया था। सबसे ज्यादा 15-15 उम्मीदवार मुजफ्फरनगर और मथुरा सीटों पर हैं। सबसे कम पांच प्रत्याशी अलीगढ़ की इगलास (सुरक्षित) सीट पर हैं। पिछले विधानसभा चुनाव में पहले चरण की 58 सीटों में से भाजपा ने 53, सपा और बसपा ने दो-दो और एक सीट राष्ट्रीय लोक दल ने जीती थी। पहले चरण में लगभग 2.27 करोड़ मतदाता वोट डालेंगे।दांव पर इन मंत्रियों की किस्मत


चीनी उद्योग एवं गन्ना मंत्री सुरेश राणा, पशुधन मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी, ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा, व्यावसायिक शिक्षा एवं कौशल विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) कपिल देव अग्रवाल, स्वास्थ्य राज्यमंत्री अतुल गर्ग, वित्त एवं चिकित्सा शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह, समाज कल्याण राज्य मंत्री जीएस धर्मेश, वन राज्य मंत्री अनिल शर्मा और जलशक्ति व बाढ़ नियंत्रण राज्य मंत्री दिनेश खटीक

कैसी है सुरक्षा व्यवस्था?


पहले चरण के मतदान के लिए सुरक्षा व्यवस्था चुस्त की गई है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए केंद्रीय अर्धसैनिक बलों की 412 कंपनियों के लगभग 50,000 जवानों को विभिन्न स्थानों पर तैनात किया गया है। पुलिस ने राज्य की सीमाओं को सील कर दिया है। शांति बनाए रखने के लिए कड़ी निगरानी की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि हरियाणा और राजस्थान की सीमाओं पर गहन सतर्कता बरती जा रही है। वाहनों के नंबर को नोट किया जा रहा है।बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं के लिए खास सुविधा


बुजुर्गों और दिव्यांग मतदाताओं को घर पर ही पोस्टल बैलेट के माध्यम से मतदान करने की सुविधा दी गई है। 10 फरवरी से 13 फरवरी के बीच पोलिंग पार्टियां मतदान के लिए उनके घर पर जाएंगी। उन्हें पोस्टल बैलेट देंगी और मतदान कराएंगी। साथ ही कोरोना संक्रमित भी घर से ही वोट कर सकेंगे।मतदान के लिए वोटर को अपना पहचान पत्र दिखाना होगा। हालांकि अगर किसी मतदाता के पास वोटर आईकार्ड नहीं है तो वे इन दस्तावेजों में से किसी एक को दिखा सकते हैं। जैसे- आधार कार्ड, मनरेगा जाब कार्ड, बैंकों, डाकघरों द्वारा जारी किये गये फोटोयुक्त पासबुक, श्रम मंत्रालय की योजना के तहत जारी स्वास्थ्य बीमा स्मार्ट कार्ड, ड्राइविंग लाइसेंस, पैन कार्ड, एनपीआर के तहत आरजीआइ द्वारा जारी किये गये स्मार्ट कार्ड, भारतीय पासपोर्ट, फोटोयुक्त पेंशन दस्तावेज, केंद्र, राज्य सरकार, लोक उपक्रम, पब्लिक लिमिटेड कंपनियों द्वारा अपने कर्मचारियों को जारी किए गये फोटोयुक्त सेवा पहचान पत्र, सांसदों, विधायकों, विधान परिषद् सदस्यों को जारी किए गए सरकारी पहचान पत्र





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