केंद्र की सत्ता में उत्तर प्रदेश की धमक बोले सबसे ऊपर हो लेकिन सेहत के मामले में राज्य देश सबसे निचले स्तर पर है डॉक्टरों की कमी और गुंडागर्दी और प्रति स्वास्थ्य पर खर्च राजू की खराब सेहत के प्रमुख कारण है उत्तर प्रदेश की खराब सेहत का राज खुल चुका है इसमें जो तथ्य सामने आए वह चौंकाने वाले हैं सरकार जो नीतियां बना रही है वह व्यावहारिक नहीं है स्वास्थ्य सेवाओं को आकर्षक बनाने की जरूरत है।ऐसी ही एक अहम खबर है उत्तर प्रदेश के रायबरेली की जहां निजी अस्पताल में इलाज के दौरान महज 4 घंटे में बच्चे की मौत हो गई यह बेहद आश्चर्यजनक है बच्ची की मौत के बाद परिवार का आरोप है कि ऑक्सीजन ना देने पर बच्ची का देहांत हो गया इस बात को सुनकर अस्पताल के डायरेक्टर आपा खो बैठे और गुस्से में अपने तमीर दारु को ही धमकाने लगे उसका वीडियो सोरों सोरों से वायरल होने लगा और इस वीडियो को देखकर सीएमओ ने जांच बिठाई दरअसल यह पूरा मामला मधुबन मोहल्ले में संचालित आस्था चाइल्ड केयर सेंटर का है जहां अमेठी के गौरीगंज थाना क्षेत्र के गांव बाबूगंज से 8 साल की बच्ची महक के गले में दर्द होने पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया डॉक्टर ने चेकअप करने के बाद ऑक्सीजन लगाने की सलाह दी और वहां से चले गए परिवार वालों का कहना है कि करीब 4 घंटे तक बच्ची तड़पती रही उसे ऑक्सीजन नहीं दिया गया और ना ही डॉक्टर देखने आए जब शनिवार की सुबह महक की मौत हो गई घर वाले रोने भी लगने लगे तो यह दृश्य देख अस्पताल के डायरेक्टर डॉ धीरज सिंह चंदेल वह आए और अपनी दादागिरी दिखाते हुए बच्ची के परिवार वालों पर धमक पड़े और उन्हें अनाप-शनाप बोलने लगे तुमको हमने बुलाया था पुलिस बुलाओ शराफत से यहां से निकल जाओ नहीं तो हवालात भेज देंगे और यह भी धमकी दी 18 से 20 पहलवान जहां रहते हैं यहां से नहीं गए तो इसी जमीन में गाड़ देंगे औकात नहीं अस्पताल के डॉक्टर द्वारा बोले गए अनाप-शनाप को सुनकर परिवार वाले बच्ची का शव लेकर चले गए सोमवार को बच्चे का अंतिम संस्कार कर दिया गया और इसी बीच डॉक्टरों द्वारा धमकाने का वीडियो वायरल हुआ जिस पर सीएमओ ने जांच के आदेश दे दिए हैं मुख्य चिकित्सा अधिकारी का कहना है कि यह पूरा मामला सोशल मीडिया के जरिए संज्ञान में आया है डॉक्टरों का ऐसा व्यवहार करना गलत है और इसकी जांच कराई जाएगी साथ ही आईएमए के पदाधिकारियों से भी बात की जाएगी।