गढ़वाल। आपको देश के प्रसिद्ध जवाहरलाल नेहरू कॉलेज, दिल्ली कॉलेज और बनारस हिंदू कॉलेज के बारे में तो पता ही होगा, जहां से कई ऐसे छात्र निकले हैं, जो देश की राजनीति, प्रशासनिक व्यवस्था और दूसरे क्षेत्रों में अहम भूमिका निभा रहे हैं। ऐसा ही एक कॉलेज है उत्तराखंड का हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल कॉलेज, जो पौड़ी जिले के श्रीनगर में स्थित है। इस कॉलेज से निकले कई छात्र आज देश और राज्य की राजनीति में अहम भूमिका निभा रहे हैं। उन्होंने अपनी राजनीति की शुरुआत गढ़वाल कॉलेज से की और अब उन्हें राजनीति के क्षेत्र में कोई खास पहचान बनाई।
गढ़वाल कॉलेज में इन दिनों छात्र संघ चुनाव का दौर चल रहा है और छात्र राजनीति में बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं। चुनाव 1 अक्टूबर को होंगे और नतीजे भी उसी समय घोषित किए जाएंगे। गढ़वाल महाविद्यालय के राजनीति शास्त्र विभाग के प्रमुख प्रोफेसर एमएम सेमवाल ने कहा कि श्रीनगर गढ़वाल हमेशा से उत्तराखंड की राजनीति का केंद्र रहा है। उत्तराखंड राज्य का निर्माण भी श्रीनगर से ही शुरू हुआ था और गढ़वाल महाविद्यालय के छात्रों ने इसमें अहम भूमिका निभाई थी। उनका कहना है कि उत्तराखंड की राजनीति के सभी बड़े नेताओं ने गढ़वाल महाविद्यालय से ही अपनी छात्र राजनीति की शुरुआत की है। इनमें पूर्व मुख्यमंत्री और वर्तमान में हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत, पूर्व मुख्यमंत्री और समाज कल्याण मंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक, पूर्व केंद्रीय मंत्री हरक सिंह रावत, उत्तराखंड के वर्तमान शिक्षा एवं स्वास्थ्य मंत्री डॉ. धन सिंह रावत और देवप्रयाग विधायक विनोद कंधारी शामिल हैं।
छात्र नेताओं के आदर्श
शिक्षक सेमवाल ने कहा कि गढ़वाल महाविद्यालय में छात्र संघ चुनाव में जो छात्र वर्तमान में भाग ले रहे हैं, वे सभी इन नेताओं को अपना आदर्श मानते हैं। गढ़वाल महाविद्यालय इन नेताओं के लिए राजनीति का मुख्य विद्यालय रहा है। इस मौके पर राज्य के पूरे इतिहास और राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। उन्होंने कहा कि भविष्य में भी उम्मीद है कि गढ़वाल महाविद्यालय से देश और राज्य को ऐसे नेता मिलेंगे, जो देश की राजनीति में सक्रिय भूमिका निभाएंगे।